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बैजनाथ में खनन से शिव मंदिर को खतरा

उपमंडल की खड्डों में अवैध खनन कर लोग चांदी कूट रहे है। जेसीबी व ट्रैक्टरों के माध्यम से खड्डों का सीना छन्नी किया जा रहा है। अवैध रूप से खनन करने

By Edited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 09:33 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 10:33 AM (IST)
बैजनाथ में खनन से शिव मंदिर को खतरा
बैजनाथ में खनन से शिव मंदिर को खतरा

जेएनएन, बैजनाथ। उपमंडल बैजनाथ की खड्डों में अवैध खनन कर लोग चांदी कूट रहे हैं। जेसीबी व ट्रैक्टरों से खड्डों का सीना छलनी किया जा रहा है। लेकिन खनन करने वालों को न ही पुलिस का डर है न ही प्रशासन का। बिनवा खड्ड में धड़ल्ले से हो रहे खनन से शिव मंदिर को भी खतरा पैदा हो गया है।

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पहले प्रशासन ने खनन पर शिकंजा कसने के लिए खड्डों को जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया था लेकिन कुछ समय बाद खनन माफिया ने दोबारा रास्ते खोल लिए हैं और खनन शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करती है, लेकिन पुलिस की कार्रवाई का खनन करने वालों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। प्रशासन को खनन रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। उधर, एसडीएम रामेश्वर दास ने बताया प्रशासन जल्द उचित कार्रवाई करेगा। जो भी अवैध खनन करते पकड़ा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जब्त बजरी व रेत 1.70 लाख में नीलाम

प्रशासन व खनन विभाग की ओर से जय¨सहपुर, स्कॉड खड्ड, कुटबल्ला, लंबागांव, हलेड़ , खालटा व शिवनगर में जब्त रेत-बजरी की वीरवार को एसडीएम कार्यालय में नीलामी हुई। एसडीएम अश्वनी सूद की अध्यक्षता में नीलामी प्रक्रिया में 14 लोगों ने भाग लिया। जब्त भवन निर्माण सामग्री की 60 हजार रुपये सरकारी बोली रखी गई थी। भवारना निवासी शिवकरण व हलेड़ पंचायत निवासी नवनीत ने इसे 1.70 लाख रुपये में खरीद लिया। ज्यादातर ठेकेदार डंप को 70 से 80 हजार रुपये में खरीद लेना चाहते थे। इसके चलते कुछ समय के लिए नीलामी रुक भी गई। लेकिन बाद में एसडीएम की ओर से धर्मशाला में इसकी बोली करने की बात के बाद नीलामी फिर शुरू हुई। एसडीएम ने बताया सारा डंप एक हजार टन के लगभग था। खरीदने वालों को दस दिन के भीतर डंप सामग्री को उठाने के निर्देश दिए गए हैं अगर निर्धारित समय पर नहीं उठाई गई तो फिर नीलामी कर दी जाएगी।


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