मटौर से कच्छियारी तक दोबारा होगा फोरलेन का सर्वे
Matour to kachiyari Forlane survey मटौर से कच्छियारी तक दोबारा फोरलेन का सर्वे किया जाएगा। फायरिंग रेंज के कारण यह फैसला लिया गया है।
कांगड़ा, जेएनएन। मटौर-शिमला व पठानकोट-मंडी फोरलेन की जद में आ रही कांगड़ा फायरिंग रेंज को बचाने के लिए कांगड़ा प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने यहां दोबारा सर्वे करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही रेंज को फोरलेन से बाहर करने से कच्छियारी में बनने वाले दोनों जंक्शन को भी बदला जाएगा। गौर रहे कि कच्छियारी सैनिक फायरिंग का काफी हिस्सा फोरलेन की जद में आ रहा था, जिसको लेकर भारतीय सेना ने आपत्ति जताई थी, जिस पर कांगड़ा प्रशासन व भारतीय सेना के बीच फायरिंग रेंज में बातचीत हुई।
बताया जा रहा है कि कांगड़ा के कच्छियारी में मटौर-शिमला व पठानकोट-मंडी फोरलेन का मुख्य जंक्शन बनना था, जिससे कच्छियारी स्थित सैनिक फायरिंग रेंज की काफी जमीन इसकी जद में आ रही थी, जिसको लेकर भारतीय सेना ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी के समक्ष अपनी आपत्ति जताई थी। सोमवार को कांगड़ा प्रशासन व भारतीय सेना के अधिकारियों के बीच हुई बैठक की जानकारी देते हुए कांगड़ा उपमंडलाधिकारी जतिन लाल ने बताया कि बातचीत के दौरान निर्णय लिया गया है कि फोरलेन की जद से फायरिंग रेंज को बाहर करने के लिए दोबारा सर्वे किया जाएगा, जिससे कच्छियारी में बनने वाले दोनों फोरलेन के जंक्शन में बदलाव आ सकता है।
फोरलेन की जद में आर्मी रेंज का लगभग 200 मीटर का हिस्सा आ रहा था, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया था। विवाद के बाद फायङ्क्षरग रेंज को फोरलेन से बाहर निकालने के लिए मटौर से कच्छियारी के बीच दोबारा सर्वे होगा, जिससे इस छह किलोमीटर के हिस्से में भारी बदलाव की संभावना है और यह सर्वे वर्तमान नेशनल हाइवे के क्षेत्र में होता है तो बड़े स्तर पर लोगों का विस्थापन हो सकता है।