श्रावण अष्टमी मेले में सीसीटीवी कैमरे भी करेंगे निगरानी
श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मां के दर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 16 सीसीटीवी कैमरे भी नजर रखेंगे।
कांगड़ा : श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मां बज्रेश्वरी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की सुख-सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। 12 अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेले के लिए मंदिर प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध कर लिए हैं। मंदिर में सुरक्षा से लेकर सफाई व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए कदम उठाए गए हैं। श्रद्धालुओं को तीन वक्त का लंगर व बीमारी के वक्त प्राथमिक उपचार की सुविधा भी मंदिर के भीतर ही उपलब्ध रहेगी। पुलिस प्रशासन की टीमें मंदिर सराय के अलावा निजी सराय व होटलों में भी दबिश देकर पता लगाएंगी कि कहीं पर श्रद्धालुओं से अन्याय तो नहीं हो रहा है। मां के दर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 16 सीसीटीवी कैमरे भी नजर रखेंगे।
किसी भी तरह की कोई अनचाही घटना होने पर प्रशासन को पल-पल का पता चलता रहेगा। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस के अलावा करीब 50 गृहरक्षक भी तैनात रहेंगे। मेले के दौरान किसी तरह की गंदगी न बिखरे, इसका भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। सफाई व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध कर मंदिर प्रशासन करीब 35 कर्मचारी तैनात करेगा। 15 सफाई कर्मचारी मंदिर के भीतर व बाकी बाहर साफ सफाई करेंगे। प्राथमिक उपचार के लिए मंदिर परिसर में ही डिस्पेंसरी स्थापित की जाएगी। लंगर में प्लास्टिक व थर्मोकोल पर प्रतिबंध श्रावण अष्टमी मेले के दौरान लगने वाले लंगरों में प्लास्टिक व थर्मोकोल का प्रयोग नहीं होने दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने निर्देशिका जारी की है ताकि इससे किसी तरह की गंदगी न फैले व प्रदेश सरकार के फैसले को भी सख्ती से लागू किया जा सके। श्रावण अष्टमी मेले के लिए मंदिर प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं।
मां के भक्तों के लिए लंगर से लेकर सुरक्षा व्यवस्था का सही तरीके से इंतजाम होगा। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। नीलम राणा, बज्रेश्वरी माता मंदिर अधिकारी श्रावण अष्टमी मेले के दौरान श्रद्धालु बनेर खड्ड में न उतरें, इसके भी पुख्ता इंतजाम होंगे। बनेर खड्ड के आसपास गार्द लगाई जाएगी। इसके अलावा यातायात को व्यवस्थित करने के साथ होटलों में भी पुलिस की दबिश रहेगी। इसके लिए करीब सौ जवान मांगे गए हैं। मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। पूरन चंद ठकराल, डीएसपी कांगड़ा