ठंड बढ़ने से मनाली-लेह मार्ग पर जोखिम भरा हुआ सफर, सड़क पर जम रहा पानी; देखिए तस्वीरें
Manali Leh Road लेह मार्ग पर सफर करने जा रहे हैं तो सतर्क हो जाएं। हिमाचल सहित लेह लद्दाख की ऊंची चोटियों पर हुए हिमपात से पारा लुढ़क गया है। पारा लुढकने से मनाली-लेग मार्ग पर पानी जमने लगा है जिससे सफर भी जोखिमभरा हो गया है।
मनाली, जेएनएन। लेह मार्ग पर सफर करने जा रहे हैं तो सतर्क हो जाएं। हिमाचल सहित लेह लद्दाख की ऊंची चोटियों पर हुए हिमपात से पारा लुढ़क गया है। पारा लुढकने से मनाली-लेग मार्ग पर पानी जमने लगा है, जिससे सफर भी जोखिमभरा हो गया है। अटल टनल बनने से रोहतांग दर्रे का जोखिम तो अब पुरानी बात हो गई है। लेकिन दारचा से आगे जिंगजिंगबार, पतसेऊ, बारालाचा, भरतपुर सीटी, तांगलांग ला और लाचुंगला दर्रे तक जगह-जगह सड़क में बर्फ व पानी जमा गया है, जिससे जोखिम बढ़ गया है।
मनाली-लेह मार्ग पर सेना के काफिले सहित सभी वाहनों की आवाजाही जारी है। हालांकि, वाहन चालकों की माने तो लेह मार्ग पर सबसे अधिक जोखिम रोहतांग दर्रा पार करने में होता था, जिससे इस बार उन्हें राहत मिल गई है। लेह लद्दाख के लोगों का भी अभी कुल्लू-मनाली आना जाना लगा हुआ है। अटल टनल ने लाहुल के लोगों की दिक्कत कम की है। इस बार उन्हें रोहतांग का कोई भय नहीं है और आराम से कुल्लू-मनाली में अपने कार्य में जुटे हुए हैं। साथ ही जांस्कर घाटी के लोग भी शिंकुला दारचा होते हुए कुल्लू मनाली दस्तक दे रहे हैं।
वीरवार सुबह एक बार फिर बादलों ने डेरा डाल दिया है, जिस कारण मनाली-लेह मार्ग की चोटियों में बर्फ़बारी की संभावना भी बढ़ गई है। इस मार्ग पर अचानक होने वाली बर्फ़बारी राहगीरों की दिक्कत बढ़ाती रही है। बीआरओ ने भी पारा लुढ़कने के कारण शिंकुला सहित बारालाचा से अपना कार्य समेट लिया है। लेकिन मनाली से दारचा व तांदी से संसारी मार्ग पर सड़क का कार्य अभी भी जारी है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया बर्फ पड़ने तक उनका कार्य जारी रहेगा।