Make Small Strong: कोरोना संकट से उभर कर चमकाया ओम भुजिया भंडार, 32 लोगों के रोजगार पर नहीं आने दी आंच
Make Small Strong कारोना काल पूरे देश में अधिकतर कारोबार की गति पर विराम लग गया। बावजूद इसके साहस को कम नहीं होने दिया। कोरोना संक्रमण फैलने के शुरुआत में काम बंद होने के कारण काफी परेशानी भी हुई।
ऊना, सतीश चंदन। कारोना काल पूरे देश में अधिकतर कारोबार की गति पर विराम लग गया। बावजूद इसके साहस को कम नहीं होने दिया। कोरोना संक्रमण फैलने के शुरुआत में काम बंद होने के कारण काफी परेशानी भी
हुई। संपूर्ण लॉकडाउन अब पूरी तरह अनलॉक होने के कारण ही धीरे-घीरे व्यवसाय पटरी पर लौट रहा है। यह कहना है कि ऊना में धर्मशाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित ओम भुजिया भंडार के मालिक का। कारोना काल के दौरान ओम भुजिया भंडार को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जैसे ही लॉकडाउन लगा, दो लाख रुपये से अधिक की मिठाई को नष्ट करना पड़ा। लाकडाउन के तीन माह के दौरान व्यवसाय महज 50 फीसद रह गया।
जब जून माह में सरकार की तरफ से पुन गतिविधियों को शुरू किया गया तो काम दोबारा पटरी पर लौट रहा है।
त्यौहारी सीजन होने के कारण अब व्यवसाय रफ्तार पकड़ने लगा है। यदि देखा जाए तो अब पिछले साल की तुलना में अधिक व्ववसाय होने लगा है। इस कारण कारोना संकटकाल के दौरान हुए नुकसान की भरपाई होनी
शुरू हो गई है। कारोना काल के समय 32 लोग काम कर लगे थे, जिन्हें पूरा वेतन दिया गया है। किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी। कारोना काल के दौरान व बाद से खरीदारी का ढंग भी पूरी तरह से बदल चुका है।
ओम भुजिया भंडार के मालिक करीब 32 साल से पेठा, नमकीन व मिठाई का व्यवसाय कर रहे हैं। ऊना शहर में साल 1988 में पहले एक छोटी सी दुकान लेकर पेठा बनाने का काम शुरू किया, जो अब वट वृक्ष का रुप धारण कर चुका है। मौजूदा समय में 27 प्रकार का नमकीन व 50 तरह की मिठाई बनाई जाती है।
काेरोना संकट के दौरान उपभोक्ताओं के साथ पूरा संपर्क बनाए रखा। जैसे ही पूरे देश में अनलॉक हुआ तो अब उनके पास 40 कर्मचारी काम कर रहे हैं। जहां पर काम करने वाले अधिकांश कारीगर अन्य राज्यों से आए हैं। जिनके यहां पर पहुंचने पर पहले कोविड-19 टेस्ट करवाया गया, उसके बाद रिपोर्ट सही आने पर काम पर लगाया गया, ताकि काेविड नियमों का पालन उचित ढंग किया जा सके।
शरीरिक दूरी का पूरी तरह पालन किया जा रहा
ओम भुजिया भंडार में कारोना संकटकाल के बाद से ही आने वाले उपभोक्ताओं के लिए सैनिटाइज का प्रबंध किया गया है। शोरूम के बाहर ही पांव से चलने वाला सैनिटाइजर लगाया गया है। हाथ सैनिटाइज करके ही उपभोक्ता खरीदारी करने के लिए आते हैं। शरीरिक दूरी का पालन करते हुए सामान देने के साथ ही मास्क पहनने का पूरी तरह का प्रबंध किया गया है।
सामान खरीदने में कुछ दिन तक हुई दिक्कत
ओम भुजिया भंडार के मालिक हरि ओम गुप्ता व मनोज कुमार का कहना है लाकडाउन के दौरान कुछ दिनों के लिए सामान खरीदने में दिक्कत हुई। लेकिन बाद में प्रशासन की तरफ से मिले सहयोग के कारण कोई परेशानी नहीं हुई।
उपभोक्ताओं ने भुगतान का तरीका बदला
कारोना संकट के बाद से ही अब यहां खरीदारी करने वाले पहले नकद पेमेंट करते थे। लेकिन अब उपभोक्ता एटीएम कार्ड समेत अन्य ऑनलाइन एप के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को कोई परेशानी न हो, इसके लिए अन्य विकल्प भी शुरू किए गए हैं।