कोरोना काल में घर से चलाया कारोबार, ग्राहकों से आनलाइन जुड़कर लिए आडर्र और पेमेंट; पढ़ें खबर
Make Small Strong पिछले 25 साल से आभूषण के कारोबार में हूं। कोरोना के कारण लॉकडाउन ऐसा लगा कि नुकसान की आशंका प्रबल हो गई। लोगों ने शादियां स्थगित की दी थीं। अन्य कार्यक्रम भी नहीं हो रहे थे।
मंडी, मुकेश मेहरा। Make Small Strong: पिछले 25 साल से आभूषण के कारोबार में हूं। कोरोना के कारण लॉकडाउन ऐसा लगा कि नुकसान की आशंका प्रबल हो गई। लोगों ने शादियां स्थगित की दी थीं। अन्य कार्यक्रम भी नहीं हो रहे थे। ऐसे में घर से काम कर लोगों के जो पहले के ऑर्डर थे, उनको पूरा करना शुरू किया। कर्मचारियों को परेशानी न हो इसके लिए अलग से इंतजाम किया गया। नतीजा यह हुआ कि पहले जहां नुकसान के हालात थे, वहां काम स्थिर रहा।
इंदिरा मार्केट के रत्न चंद ज्वेलर्स के भगवंत सिंह व भजनीक ने बताया कोरोना जब विश्व और देश में फैलना शुरू हुआ तो हमने पहले से सभी हालातों को देखा और उसी के अनुसार कार्य योजना बना ली। पहले हमारे पास आए आर्डर पर काम करना शुरू किया। दुकानें बंद होने के कारण घर से ही गहने बनाने का काम शुरू किया। फोन कॉल पर ही आर्डर लेने आरंभ किए और लोगों को गहनों के डिजाइन भेजकर उनकी मांग के अनुसार ही घर पर उनको बनवाना आरंभ कर दिया। इस दौरान अपने ग्राहकों को 10 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज में छूट दी गई। जिन लोगों ने अपनी शादियां स्थगित की थी, उन्होंने भी अपने पैसे को सोने में इनवेस्ट किया।
इसके लिए लोगों के आर्डर उनको फोन पर ही आना शुरू हुए और धीरे-धीरे ये सिलसिला चलने लगा। हमारे पास ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक ग्राहक आते हैं और शहर में लगातार आ रहे कोरोना मामलों के बाद लोग शहर में आने से कतराने लगे थे। इसमें वह छोटे दुकानदार शामिल थे जो हमसे सामान लेते थे। इसके लिए उनके साथ फोन के माध्यम से ही बात की गई और उनको समझाया। हमने सोशल मीडिया का इस दौरान प्रयोग किया और हमारे पास मौजूद डिजाइन को इसके माध्यम से अपने ग्राहकों तक पहुंचाया। इसका लाभ यह हुआ कि लोग हमसे संपर्क करना शुरू कर दिया। बुकिंग हमने लॉकडाउन में लेनी आरंभ कर दी थी। इस कारण लोगों को शहर में आने की अधिक जरूरत नहीं पड़ी।
ऑनलाइन ही आर्डर आने के बाद केवल अपने तैयार सामान को लेने के लिए ही लोग हमारे पास आते थे। जो शादियां लॉकडाउन के दौरान हुईं, उस दौरान भी लोगों ने गहने ऑनलाइन ही ऑर्डर देकर बनवाए हैं। अब जब अनलॉक शुरू हुआ है तो इसका लाभ हमें अब भी मिल रहा है। लोग फोन करके हमसे जानकारी हासिल करते हैं। हमारे पास जो भी नया डिजाइन आता है उसे सोशल मीडिया पर लगाया जाता है, ताकि लोग घर बैठे उसे आराम से पसंद कर सकें। हमारी 25वीं वर्षगांठ पर भी हमने विशेष योजना अपने ग्राहकों को दी तथा इस दौरान मेकिंग चार्ज में छूट दी। हमने ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा दिया।
त्योहारी सीजन में आ रहा रुझान
अब नवरात्र और शादियों के सीजन आरंभ होने के बाद हमने अपने ऑनलाइन पैटर्न को अपनाया हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहक हमें ऑनलाइन ही आर्डर दे रहे हैं। हमारे साथ जुड़े छोटे ज्वेलर्स इसका सबसे अधिक लाभ उठा रहे हैं। कोरोना के कारण हमें ऑनलाइन अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है।
अब धीरे-धीरे संभल रहा बाजार
रत्न चंद ज्वेलर्स के भगवंत सिंह व भजनीक ने बताया कोरोना के कारण कारोबार में शुरुआत में गिरावट दर्ज हुई। दुकानें बंद होने के कारण रोजाना आने वाले ग्राहक नहीं मिले। केवल नियमित आने वाले ग्राहकों से ही संपर्क था या उनसे जिन्होंने हमें आर्डर दे रखे थे। हमने अपने ग्राहकों को पूरी तरह से संतुष्ट किया है और उनके द्वारा भी अन्य लोगों को दी गई जानकारी से हमें आर्डर मिले। अब अनलॉक में दुकानें खुलने के बाद हालत स्थित हो रहे हैं।