तीसरी लहर की तैयारी: जिला कांगड़ा में परौर की तर्ज पर इंदौरा और फतेहपुर में भी बनेंगे मेक शिफ्ट अस्पताल
Make Shift Hospital Kangra जिला कांगड़ा में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी तैयारियां की गई हैं। इस बाबत जिला में टीकाकरण के साथ साथ टेस्टिंग पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं
धर्मशाला, मुनीष गारिया। Make Shift Hospital Kangra, जिला कांगड़ा में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी तैयारियां की गई हैं। इस बाबत जिला में टीकाकरण के साथ साथ टेस्टिंग पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रतिदिन कोरोना सेंपल लेने की संख्या में बढ़ोतरी की जाए ताकि संक्रमण का प्रारंभिक तौर पर ही पता लगाया जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्राइव इन कोविड टेस्टिंग सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। कोविड संक्रमितों के लिए विभिन्न अस्पतालों में आक्सीजन की उपलब्धता को भी बढ़ाया गया है।
कोरोना की दूसरी लहर में आई बिस्तरों की कमी से सीख लेते हुए जिला प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग भवन परौर की तर्ज पर उपमंडल इंदौरा व फतेहपुर में भी दो मेक शिफ्ट अस्पताल बनाने की योजना बनाई है, ताकि अगर तीसरी लहर आती भी है और सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी होती है तो मरीजों के उपचार में किसी तरह को कोई परेशानी न हो। प्रशासन ने दोनों की क्षेत्रों के एसडीएम और खंड स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में मेक शिफ्ट अस्पताल के लिए भवन देखने के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों क्षेत्रों में परौर की तर्ज पर 250 बिस्तरों वाला अस्पताल तो नहीं होगा, लेकिन 100-100 से अधिक बिस्तरों वाले अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी। वहीं दूसरी और उपमंडल जवाली में भी शीघ्र ही ऑक्सीजन पीएसए प्लांट भी लगाया जा रहा है, ताकि मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो पाए।
उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों, बाजारों इत्यादि में मास्क का उपयोग करने तथा सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है इसके साथ ही उपमंडलाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना की निगरानी करने के लिए उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर गठित कोविड प्रबंधन टास्क समितियों को भी सक्रिय भूमिका निभाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन एक्ट-2005 के तहत पालमपुर उपमंडल के डाढ में 50 बिस्तरों सहित कोविड केयर सेंटर आरंभ करने के निर्देश उपमंडलाधिकारी पालमपुर को दिए हैं, इसमें खंड चिकित्सा अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, ताकि कोरोना संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें।