Lockdown: हिमाचल में 15 लाख लोगों का रोजगार लॉक, परिवहन क्षेत्र को बड़ी चपत, देखिए आंकड़ा
Lockdown Effect कोरोना महामारी से हिमाचल में लगे कफ्र्यू से 15 लाख लोगों का रोजगार भी लॉक हो गया है।
शिमला, प्रकाश भारद्वाज। कोरोना महामारी से हिमाचल में लगे कफ्र्यू से 15 लाख लोगों का रोजगार भी लॉक हो गया है। परिवहन, पर्यटन व उद्योग समेत कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं रहा है। इतना तय है कि कोरोना से जल्द निजात नहीं मिलने वाली, इसलिए सरकार व लोगों को ऐसे उपायों पर काम करना होगा, जिससे जिंदगी भी सुचारू चलती रहे और कोरोना से जंग भी प्रभावित न हो।
सात लाख लोगों को रोजगार देने वाली पर्यटन अर्थव्यवस्था को पटरी पर लौटने में कितना समय लगेगा कोई नहीं जानता। पहाड़ों में जीवन बसों के पहियों पर निर्भर करता है। बस, ट्रक, टैक्सियों व ऑटोरिक्शा समेत अन्य परिवहन के साधनों से चार लाख लोग अपने परिवार का पेट भरते हैं। खेतीबाड़ी से परिवार का पालन-पोषण नहीं हो पाता, लेकिन उद्योगों के सहारे परिवार पालने वाले भी घर बैठे हैं। हिमाचल जल्द कोरोना महामारी से बाहर नहीं निकला तो गैर सरकारी क्षेत्र में लाखों लोगों को दो वक्त की रोटी का संकट झेलना पड़ सकता है।
परिवहन क्षेत्र को 1312 करोड़ की चपत
कोरोना के कारण परिवहन क्षेत्र को अभी तक 1312 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसकी पुष्टि सरकार की ओर से की जा चुकी है। शीघ्र ही लॉकडाउन तीन के दौरान होने वाले नुकसान को इसमें जोडऩा पड़ेगा। राज्य में 84 हजार से अधिक छोटे-बड़े ट्रक चलते हैं। तीन हजार से अधिक निजी बसें चलती हैं और 16 हजार से अधिक टैक्सियां हैं। यदि प्रधानमंत्री किसान निधि की तर्ज पर परिवहन क्षेत्र के लोगों की मदद करनी पड़े तो 500 करोड़ रुपये की दरकार रहेगी।
वाहनों की संख्या
- छोटे-बड़े ट्रक,84872
- टैक्सियां,16582
- मैक्सी कैब,7301
- ऑटोरिक्शा,4242
- निजी बसें,3320
- सरकारी बसें,3300
- लग्जरी बसें,638
पर्यटन से सात लाख लोगों को रोटी
पर्यटन क्षेत्र से हिमाचल के सात लाख लोगों का परिवार पलता है। राज्य के विकास में पर्यटन का हिस्सा सात प्रतिशत है। हर प्रकार के योगदान को शामिल कर लिया जाए तो पर्यटन से 10 हजार करोड़ का हिस्सेदारी रहती है। हर साल करीब एक करोड़ देशी-विदेशी पर्यटक राज्य में सैर करने के लिए आते हैं। कई साल से राज्य में धार्मिक पर्यटन जोर पकड़ रहा था। पर्यटन विकास निगम मानता है कि रोजाना 70 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है।
- होटल,3679
- होम स्टे,2189
- टुअर एंड ट्रेवल एजेंसी,937
उद्योगों में सवा चार लाख लोग
हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्रों में सवा चार लाख लोगों को रोजगार प्राप्त है। कोरोना संकट गहराने से पहले तक औद्योगिक कामगारों के हर घर की जरूरतें पूरी हो रही थी। अब हालात ये है कि फार्मा क्षेत्र में दवा उत्पादन शुरू हो सका है और 53 हजार लोग काम से जुड़ पाए हैं। इसके अतिरिक्त उद्योग क्षेत्र में रोजगार की स्थिति दयनीय बनी है।
- राज्य में कुल उद्योग,55496
- उद्योगों में निवेश,52089.78 करोड़
- उद्योगों से प्राप्त रोजगार,463151
क्या कहते हैं मंत्री
- उद्योगों में उत्पादन होने लगा है। अभी तक 53 हजार लोग उद्योगों में काम कर रहे हैं। अन्य राज्यों से श्रमिकों के आने पर प्रतिबंध है। फार्मा उद्योगों में दवाओं का उत्पादन सामान्य होने लगा है। दूसरे उद्योगों में भी उत्पादन शुरू होगा। -बिक्रम सिंह ठाकुर, उद्योग मंत्री।
- कफ्र्यू एवं लॉकडाउन से परिवहन क्षेत्र को 1312 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हिमाचल पूरी तरह से ट्रक और बस सेवा पर निर्भर करता है। लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। परिवहन क्षेत्र से प्रदेश के चार लाख से अधिक लोग प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से रोजगार प्राप्त करते हैं। -गोविंद सिंह ठाकुर, परिवहन मंत्री।