मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए करना होगा अभी और इंतजार, विभाग के पास पात्र छात्रों की सूची तक नहीं
Laptop to scholar हिमाचल प्रदेश में मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए अभी इंतजार करना होगा।
धर्मशाला, मुनीष गारिया। मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए अभी इंतजार करना होगा। जी हां! इसकी वजह यह है कि शिक्षा विभाग के पास अभी तक न तो लैपटॉप की सप्लाई आई है और न ही यह पता है कि कितने पात्र विद्यार्थी हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि दो साल का कार्यकाल पूरा होने पर शिमला में होने वाले समारोह से पूर्व शैक्षणिक सत्र 2017-18 व 2018-19 के 9700 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप बांट दिए जाएंगे।
सरकार ने इसके लिए एल-वन कंपनी को 60 फीसद और एल-2 को शेष 40 फीसद लैपटॉप की सप्लाई का जिम्मा सौंपा है। सरकार ने यह भी दावा किया था कि हर जिला मुख्यालय में 20 दिसंबर तक लैपटॉप की सप्लाई कर दी जाएगी। बताया जा रहा है कि शैक्षणिक सत्र 2017-18 में जिला कांगड़ा में करीब 1600 और 2018-19 में लगभग 1200 मेधावी लैपटॉप के पात्र हैं।
क्या है राजीव गांधी लैपटॉप योजना
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से संचालित करवाई जाने वाली 10वीं व जमा दो की वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम के बाद बोर्ड की ओर से दोनों ही कक्षाओं के शीर्ष बच्चों को चुना जाता है और इन्हें योजना के तहत लैपटॉप के लिए पात्र माना जाता है। बोर्ड की ओर से भेजी जाने वाली मेरिट लिस्ट के आधार पर ही बच्चों को निशुल्क लैपटॉप दिए जाते हैं।
कांगड़ा के मेधावी बच्चों के लिए अभी तक लैपटॉप की सप्लाई नहीं आई है। सरकार सप्लाई भेजने के साथ ही मेधावियों की सूची भी कार्यालय में भेजती है। सूची के हिसाब से ही लैपटॉप बांटे जाते हैं। -गुरदेव सिंह, उपनिदेशक, उच्च शिक्षा विभाग।
शिक्षा बोर्ड ने मेधावियों की सूची सरकार को भेज दी है। अब सरकार सीधे शिक्षा विभाग को लैपटॉप भेजेगी। -डॉ. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष, स्कूल शिक्षा बोर्ड।