22 महीने बाद श्रद्धालुओं को मिला माता का प्रसाद, मां चामुंडा व ज्वालामुखी में शुरू हुई लंगर व्यवस्था
नए साल के पहले दिन 22 महीने के लंबे इंतज़ार के बाद शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी सहित मां चामुंडा में श्रद्धालुओं के लिए चलने वाली लंगर व्यवस्था का शुभारंभ हो गया। व्यवस्था शुरू होने के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माता का प्रसाद ग्रहण किया।
ज्वालामुखी, प्रवीण कुमार शर्मा। नए साल के पहले दिन 22 महीने के लंबे इंतज़ार के बाद शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी सहित मां चामुंडा में श्रद्धालुओं के लिए चलने वाली लंगर व्यवस्था का शुभारंभ हो गया। व्यवस्था शुरू होने के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माता का प्रसाद ग्रहण किया। इससे पहले मंदिर प्रशासन ने माता अन्नपूर्णा की पूजा अर्चना के साथ हवन यज्ञ किया,था माता को भोग लगाने के बाद यात्रियों के लिए लंगर हाल खोला। वहीं नववर्ष पर जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी, मां चामुंडा व ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
ज्वालामुखी 22 महीने बंद रहा लंगर
मार्च 2020 से लेकर 31 दिसंबर 2021 तक शक्तिपीठ मां ज्वालामुखी का लंगर बंद रहा है। 17 मार्च 2020 को देश भर में कोरोना की पहली लहर के आगाज के बाद तमाम मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे.हालांकि 10 सिंतबर 2020 को प्रदेश के मंदिरों को राज्य सरकार ने विशेष एसओपी के तहत खोल दिया था। लेकिन लंगर व्यवस्था बहाल नहीं की गई थी।
खराब हो गया क्विंटलों के हिसाब से राशन
माता ज्वालामुखी में लंगर व्यवस्था बहाल ना हो पाने के कारण क्विंटलों के हिसाब से राशन माता के भंडार ग्रह में खराब हो गया था.दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाकर लंगर व्यवस्था चालू करने की मांग उठाई थी.जिसमें कई बुद्धिजीवियों ने भी समर्थन किया था।
दस हज़ार ने नए साल में किए पवित्र ज्योतियों के दर्शन,हजारों ने लिया लंगर का प्रसाद
ज्वालामुखी के मंदिर अधिकारी दीनानाथ अधिकारी ने कहा कि नए साल के पहले दिन देश भर के हजारों श्रद्धालुओं ने माता ज्वालामुखी की पवित्र ज्योतियों के दर्शन किए। नए साल के लिए प्रशासन ने पहले ही तैयारी की थी। श्रद्धा का सैलाब उमड़ा तथा 10 हजार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था के साथ शांति पूर्वक माता के दर्शन किए।
एसडीएम ज्वालामुखी मनोज ठाकुर ने कहा किअपेक्षा अनुसार ही नए साल में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हम तैयार थे । कोशिश की है कि सभी लोग संतुष्ट होकर घर लौंटे। भीड़ बढ़ने के साथ ही लाइनों में श्रद्धालुओं के दर्शनों की व्यवस्था की गई थी।
नववर्ष पर श्री चामुंडा में उमड़ा आस्था का सैलाब
योल, सुरेश कौशल। नववर्ष पर श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर में भारी संख्या में जनसैलाब उमड़ा। सुबह पांच बजे मंदिर के कपाट खुलते ही लाेगों की लंबी लाइने लगनी शुरू हो गई। जो दिन भर जारी रही। हालांकि मंदिर के गृह गर्भ में जाने की अनुमति नहीं है फिर भी बहार से ही लाेगों ने कोविड 19 नियमों के तहत दर्शन करवाने के लिए प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए थे। नववर्ष पर नगरोटा बगवां के विधायक अरुण मेहरा ने सुबह मां के दर शीश नवा कर सुख समृद्धि की कामना की ।
शनिवार को नव वर्ष के अवसर पर श्री चामुंडा में भक्तों के लिए लंगर सेवा भी शुरू कर दी गई। सहायक मंदिर आयुक्त एवं एसडीएम धर्मशाला शिल्पी वैक्टा ने बताया कि शारीरिक दूरी बनाकर कर लोग प्रसाद ग्रहण कर पाएंगे। सबको मास्क पहनना जरूरी है। उन्होंने बताया कि जगह जगह सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई है ।इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग का भी प्रबंध किया गया है। लंगर भवन में भी एहतियात बरती जाएगी ।भक्तों को अधिक समय तक मंदिर में खड़े हो कर नहीं रुकने दिया जाएगा। उन्होंने दुकानदारों का भी आह्वान किया कि भक्तों को दुकानो में खड़ा न रखें और प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।