मलबे ने घर में ही कैद कर दी तीन जिंदगियां
धर्मशाला में बारिश के साथ हुए भूस्खलन के कारण तीन जिंदगियां पांच घंटे तक मुश्किल में फंसी रहीं।
धर्मशाला, जेएनएन। धर्मशाला की कजलोट पंचायत में वीरवार शाम को बारिश के साथ हुए भूस्खलन के कारण तीन जिंदगियां मां, बेटा व पोती साढ़े पांच घंटे तक आफत में फंसी रहीं। हालांकि प्रशासनिक टीम ने एसडीएम धर्मशाला के नेतृत्व में मौके पर पहुंच तीनों जिंदगियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। पीड़ित परिवार को फौरी राहत के रूप में 20 हजार रुपये की राशि भी सौंप दी। मौजूदा समय में प्रभावित परिवार रिश्तेदारों व होटलों में कमरे लेकर रह रहे हैं।
वीरवार शाम साढ़े तीन बजे बारिश के बीच भूस्खलन शुरू हो गया और कजलोट निवासी मधुकर राणा के घर के गेट के बाहर पत्थर व मलबा इकट्ठा हो जाने से रास्ता बंद हो गया। पानी व कीचड़ घर में घुस गया। इस बीच मधुकर राणा की पत्नी मनीषा राणा, बेटे पंकज राणा व पोती समायरा राणा घर में फंस गए। पीड़ित ने इसके बाद एसडीएम धर्मशाला को सूचित किया और शाम साढ़े सात बजे के करीब एसडीएम लोक निर्माण विभाग की जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे और रास्ते को खोलने का प्रयास शुरू किया। रात करीब नौ बजे सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। मधुकर राणा के भतीजे संजय राणा के स्टूडियो में भी पानी के साथ गाद घुस गई है, जिससे काफी नुकसान हुआ है। मधुकर राणा के परिवार में उनकी पत्नी मनीषा राणा के अलावा बेटे पंकज राणा, बहू प्रीति राणा, पोती समायरा राणा, भतीजे संजय राणा के अलावा किरायेदार भी रहता है।
भूस्खलन से लाखों का नुकसान हुआ है। मौजूदा समय में कुछ लोग रिश्तेदारों तो कुछ होटलों में कमरे लेकर रह रहे हैं। भूस्खलन का कारण ऊपरी क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्य का मलबा छोटे से नाले में फेंका जाना रहा है।
-पंकज राणा, कजलोट निवासी।
जंगल से रास्ता बनाकर निकले हैं बाहर भूस्खलन के कारण गेट के पास सारा मलबा एकत्र होने से रास्ता बंद हो गया है। जंगल से अस्थायी रास्ता निकालकर बाहर निकले हैं। मेरे स्टूडियो में भी पानी व गाद घुस गई है।
-संजय राणा, कजलोट निवासी।
पीड़ित परिवार को सुरक्षित निकालने के बाद फौरी राहत के रूप में 20 हजार रुपये दिए गए हैं। वहीं, मामले की जांच के लिए राजस्व अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है। यदि यह मानवीय चूक हुई तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-धर्मेश रामोत्रा, एसडीएम धर्मशाला।