रक्कड़ में आसमान से बरसी आफत, भूस्खलन से अवरुद्ध रही सड़कें
बढलठोर, बरबाड़ा व चनौर में घरों में घुसा मलबा, भूस्खलन से अवरुद्ध रही सड़कें, लोगों ने किया प्रदर्शन।
देहरा, जेएनएन। तहसील मुख्यालय रक्कड़ की पंचायतों कुड़ना-सलेटी, सरड़-डोगरी, बरबाड़ा, चनौर, सरड़ बम्मी व उपरला कलोहा मेंं बुधवार सायं हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इसके अलावा बढलठोर, बरबाडा व चनौर में मूसलधार बारिश के कारण पानी व मलबा घरों में घुस गया और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मलबे के कारण चनौर व बरबाड़ा में सड़कें मलबे में तबदील हो गई हैं और इस कारण वीरवार को 15 घंटे यातायात बाधित रहा। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया। गुस्साए ग्रामीणों को एसडीएम देहरा धनबीर सिंह व देहरा के विधायक होशियार सिंह ने शांत करवाया। बारिश से लोगों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।
कई घरों में मलबा आ गया है। कुड़ना-सलेटी पंचायत की सड़क ल्हासे गिरने से बाधित हो गई है। साथ ही बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं। पिछले साल भी मूसलधार बारिश के कारण इन गांवों में भारी तबाही हुई थी। बुधवार सायं हुई मूसलधार बारिश से सहमे सरड-बम्मी के ग्रामीणों ने रात गांव में स्थित स्कूल में गुजारी। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेकर प्रशासन जल्द से जल्द मुआवजा प्रदान करे।
बढल स्कूल की चारदीवारी गिरी
परागपुर ब्लॉक के तहत करीब छह स्कूल खड्डों के किनारे खुले हैं और हर बरसात यहां हादसों का डर रहता है। बुधवार रात हुई बारिश के कारण बगली, कडोआ, बीहन व बरवाड़ा में खासा नुकसान हुआ है। मूसलधार बारिश के कारण इन क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। इसके अलावा बढल में खुले डीएवीएम स्कूल के खेल मैदान की दीवार टूट गई है। इसके अलावा ढलियारा के रार्इंजग स्टार स्कूल को भी नुकसान हुआ है।
भवन की सुरक्षा से संबंधित प्रमाणपत्र लोक निर्माण विभाग देता है।
-दीपक किनायत, शिक्षा उपनिदेशक, कांगड़ा
हमारा काम सिर्फ भवन की सुरक्षा देखना है। बाकी स्कूल को रास्ता चाहिए है या नहीं, इसे शिक्षा विभाग
देखता है।
-जीएस राणा, अधिशाषी अभियंता लोनिवि