एनपीए कम करने के लिए केसीसीबी को ओटीएस
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) को एनपीए (नॉन परफॉर्मिग असेट) कम करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) का अधिकार मिल गया है।
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) को एनपीए (नॉन परफॉर्मिग असेट) कम करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) का अधिकार मिल गया है। इस संबंध में सहकारिता विभाग के पंजीयक (आरसीएस) ने स्वीकृति प्रदान कर दी है और बैंक के निदेशक मंडल ने भी ओटीएस का सर्कुलर जारी करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। अब शाखाओं में ओटीएस का सर्कुलर मिलते ही एनपीए कम करने की दिशा में बैंक प्रबंधन कवायद शुरू कर देगा। वहीं, ओटीएस के तहत 31 मार्च, 2017 तक एनपीए में डिफाल्टरों का ब्याज माफ होगा।
केसीसी बैंक में बढ़ते एनपीए के चलते डिफाल्टरों से रिकवरी करने के लिए बैंक ने अपने स्तर पर तो कदम उठाए और करीब एक वर्ष में 150 करोड़ रुपये एनपीए भी कम किया। वहीं, तीन सितंबर को हुए बैंक के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से बैंक अध्यक्ष ने ओटीएस जल्द दिए जाने की मांग उठाई थी और मुख्यमंत्री ने भी आश्वास्त किया था कि बैंक को जल्द ओटीएस दिया जाएगा, ताकि बैंक एनपीए कम करने की दिशा में पहले से ज्यादा प्रयास कर पाए। अब ओटीएस की अनुमति मिलने के बाद बीओडी के प्रस्ताव पारित करने के साथ जल्द ही एनपीए कम करने की दिशा में कार्य शुरू होने की उम्मीद है। श्री चामुंडा व टंग में लगेंगी एटीएम
श्री चामुंडा व टंग में भी जल्द नई एटीएम लगेंगी। इस दिशा में भी बीओडी ने प्रस्ताव पारित किया। अभी तक बैंक की करीब 105 एटीएम चल रही हैं। आरसीएस से ओटीएस को लेकर मंजूरी मिल चुकी है। बैंक की बीओडी ने भी इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर दिया है। अब ओटीएस का सर्कुलर शाखाओं को जारी होगा और एक सप्ताह के भीतर एनपीए कम करने की दिशा में बैंक कार्य शुरू कर देगा।
-सतवीर मन्हास, महाप्रबंधक केसीसीबी।