कर्मचारियों से न की जाए रिकवरी
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक से सेवानिवृत्त उप महाप्रबंधक केवल सोनी ने कहा कि बैंक कर्मचारियों को 2016-17 में बोनस दिया गया, लेकिन यह बोनस शुद्ध लाभ ना दे कर सामान्य लाभ पर दिया गया था। मौजूदा ऑडिट रिपोर्ट के
जागरण संवाददाता, नगरोटा बगवां : कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक से सेवानिवृत्त उपमहाप्रबंधक केवल सोनी ने कहा कि बैंक कर्मचारियों को 2016-17 में बोनस दिया गया। लेकिन यह बोनस शुद्ध लाभ न देकर सामान्य लाभ पर दिया गया था। मौजूदा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार बैंक के लगभग 1400 कर्मचारियों से पांच किस्तों में रिकवरी करने की बात कही गई है। यह बोनस कर्मचारियों ने खुद नहीं लिया बल्कि एक प्रक्रिया से गुजर कर बैंक निदेशक मंडल ने स्वीकृत किया था इसलिए रिकवरी तत्कालीन बैंक निदेशक मंडल से की जानी चाहिए। बैंक निदेशक मंडल में पंजीयक सहकारी सभाएं हिमाचल प्रदेश का भी प्रतिनिधित्व होता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निदेशक मंडल के सदस्य, बैंक के उच्च अधिकारियों, कर्मचारियों ने कानून और नियमों का उल्लंघन करके अरबों रुपये कर्ज में बांट दिए जिस कारण बैंक का एनपीए 20 फीसद से ऊपर चला गया, उन पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। निदेशक मंडल द्वारा बैंक के लिए खरीदी गई करोड़ों रुपये की गाड़ियां खड़ी-खड़ी धूल फांक रही हैं और चालकों का वेतन और भत्ते बैंक पर भारी पड़ रहे हैं। इन्हीं कारणों से बैंक घाटे की स्थिति से गुजर रहा है। बैंक को घाटे से उबारने के लिए राजनीति तथा सहकारी विभाग का हस्तक्षेप बंद किया जाना चाहिए। बैंक में नाबार्ड या आरबीआइ का महाप्रबंधक नियुक्त किया जाए।