केसीसी के 953 अधिकारियों व कर्मचारियों को मिला पदोन्नति का तोहफा
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसी) के 953 अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति का तोहफा मिला है। पांच साल बाद बैंक की गठित डीपीसी यानी डायरेक्ट प्रमोशन कमेटी के माध्यम से उपरोक्त सौगात कर्मियों को मिली है। इनमें दो उप महाप्रबंधक से महाप्रबंधक के पद पर पदोन्नति की गई है।
धर्मशाला, संवाद सहयोगी। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसी) के 953 अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति का तोहफा मिला है। पांच साल बाद बैंक की गठित डीपीसी यानी डायरेक्ट प्रमोशन कमेटी के माध्यम से उपरोक्त सौगात कर्मियों को मिली है। बैंक अध्यक्ष डा. राजीव भारद्वाज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि डीपीसी की बैठक 29 सितंबर को हुई थी। जिसमें 953 अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है। इनमें दो उप महाप्रबंधक से महाप्रबंधक के पद पर पदोन्नति की गई है।
इनको मिली हैं पदोन्नतियां
वहीं चार सहायक महाप्रबंधकों को उप महाप्रबंधक, आफिसर ग्रेड वन से सहायक महाप्रबंधक 14, आफिसर ग्रेड टू से आफिसर ग्रेड वन 55, आफिसर ग्रेड थ्री से आफिसर ग्रेड टू 94, आफिसर ग्रेड थ्री जूनियर कंप्यूटर प्रोग्रामर से आफिसर ग्रेड टू कंप्यूटर प्रोग्रामर चार, पीयन पीसीसी से ग्रेड फार जूनियर क्लर्क 41, ग्रेड फार जूनियर क्लर्क से ग्रेड फार जूनियर क्लर्क 503, ग्रेड फार कंप्यूटर आपरेटर से ग्रेड फोर सीनियर कंप्यूटर आपरेटर 12, ग्रेड फार स्टेनो टाइपिस्ट से ग्रेड फार सीनियर स्टेनो टाइपिस्ट दो, पीसीसी से पीयन 97 जबकि एचसीपी से पीसीसी के 125 पदों पर पदोन्नतियां दी गई हैं। इनमें विभिन्न 12 श्रेणियां शामिल हैं।
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कर्मचारियों के संशोधित वेतनमान पहली अक्तूबर से लागू
वहीं, बैंक के कर्मचारियों के संशोधित वेतनमान को भी पहली अक्टूबर से लागू कर दिया गया है। जिसका लाभ बैंक के करीब 1400 कर्मियों को मिलेगा। इसके अलावा बैंक में जल्द ही यूपीआइ सेवाएं भी जल्द शुरू हो जाएंगी। इस संबंध में केसीसी बैंक प्रबंधन को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी एनपीसीआइ से प्रमाणपत्र भी प्राप्त हो गया है और अंतिम चरण में इस सेवा का कार्य पहुंच गया है, जोकि जल्द ग्राहकों को उपलब्ध होगी। उम्मीद है कि इस सेवा के शुरू होने से एक माह के भीतर ही बैंक से एक से दो लाख नए उपभोक्ता जुड़ेंगे।
सेवानिवृत्त कर्मियों को वर्ष 2022-23 के आडिट के बाद एरियर का भी होगा भुगतान
उन्होंने जानकारी दी कि बैंक प्रबंधन की ओर से सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मियों को वर्ष 2022-23 के आडिट के बाद एरियर का भी भुगतान भी कर दिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि एनपीए कम करने को ओटीएस से मदद मिलेगी। इससे एक साल में 12 फीसद तक एनपीए कम करने का लक्ष्य रखा गया है। उम्मीद है कि इससे ज्यादा एनपीए कम हो। मौजूदा समय में 900 करोड़ के लगभग एनपीए की धनराशि डिफाल्टरों के पास फंसी हुई है।
इस दौरान निदेशक रणजीत राणा और प्रबंध निदेशक विनोद कुमार भी मौजूद रहे।