कसौली के होटलियर्स 15 जुलाई तक नहीं खोलेंगे होटल, सरकार की दो शर्तें मानने में जताई असमर्थता
Kasauli Hotels प्रदेश सरकार ने पर्यटकों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं लेकिन पर्यटन नगरी कसौली में पर्यटकों को आने पर होटल नहीं मिल पाएंगे।
सोलन, जेएनएन। प्रदेश सरकार ने पर्यटकों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं, लेकिन पर्यटन नगरी कसौली में पर्यटकों को आने पर होटल नहीं मिल पाएंगे। इससे कसौली में आने पर पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सोमवार को कसौली होटल एसोसिएशन की अहम बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र चोपड़ा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी होटल कारोबारियों ने एक स्वर में 15 जुलाई तक होटल न खोलने के लिए हामी भरी है। एसोसिएशन ने 14 जुलाई को इसके लिए रिव्यू मीटिंग रखी है, जिसमें आगे के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
होटल कारोबारी पांच दिनों का स्टे व टेस्ट करने की शर्त पर अभी होटल खोलने को तैयार नही है। होटल पूरी तरह न खुलने से कसौली आ रहे पर्यटकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है, क्याेंकि उन्हें यहां स्टे के लिए कोई सुविधा नहीं मिलेगी। जानकारी के अनुसार रविवार को भी कसौली में सैकड़ों पर्यटकों ने दस्तक दी, लेकिन उन्हें रात के समय यहां से अन्य स्थानों की ओर जाना पड़ा।
क्या कहते हैं होटल कारोबारी
एसोसिएशन के अध्यक्ष व कसौली कैस्टल के मालिक राजेंद्र चोपड़ा ने कहा कि कसौली एक छोटा सा हिल स्टेशन है, जहां पर साथ लगते मैदानी राज्यों के पर्यटक वीकेंड प्लान बनाकर आते हैं। ऐसे में पांच दिन का स्टे व टेस्ट करने की शर्त पर वह अभी होटल खोलने को तैयार नहीं हैं। पर्यटक पांच दिन का बजट बनाकर नही निकलते और फिर वहीं से टेस्ट करवाकर आने में भी पर्यटक डर रहे हैं।
कसौली वुड होटल के मालिक लेखराम शर्मा व विन्नीस हॉलीडे रिजॉर्ट सनावर के एमडी आइएस चड्ढा व एक अन्य होटल के जीएम बलवीर सिंह ने भी इन शर्ताें में राहत की मांग की है। वुड क्रीक रिसॉर्ट कसौली के भूपेश चौधरी व मनिंदर सिंह ने कहा इन शर्तों के साथ होटल खोलना काफी बड़ा चैलेंज है।
मार्वल्स हिल रिसॉर्ट के ओमेश अत्री, कसौली हिल रिसोर्ट के वरूण अग्रवाल, कसौली ग्लैक्सी मोहित मदान ने कहा कि हम दो शर्तों को छोड़कर होटल खोलने को तैयार हैं, इसलिए सरकार इसमें राहत दें। बर्डस व्यू होटल के मालिक अमरदीप सिंह गिल ने कहा कि कसौली में होटल इंडस्ट्री का बुरा हाल है। कभी एनजीटी तो कभी कोरोना की मार से होटल कारोबारी परेशान है। कसौली में पांच दिन बिताने लायक कुछ नही है, इसी कारण पर्यटक एक दो दिन बिताकर यहां से चले जाते है।