कार्यालय के पास टूटे चैंबर की पीडब्लयूडी ने 20 दिन बाद भी नहीं की मरम्मत तो एसडीएम ने लिया कड़ा संज्ञान
Karsog SDM करसोग में लापरवाही बरतने पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की काफी फजीहत हुई है। यहां एसडीएम कार्यालय के समीप मलबा ले जाते वक्त डंपर ने सरकारी कार्यालयों व आवास के शौचालय की निकासी के लिए बिछाई गई लाइन पर बने चैंबर को तोड़ दिया था।
करसोग, कुलभूषण वर्मा। Karsog SDM, करसोग में लापरवाही बरतने पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की काफी फजीहत हुई है। यहां एसडीएम कार्यालय के समीप मलबा ले जाते वक्त डंपर ने सरकारी कार्यालयों व आवास के शौचालय की निकासी के लिए बिछाई गई लाइन पर बने चैंबर को तोड़ दिया था। इस वजह से गंदगी सड़क पर खुले में बह रही है। ऐसे में बदबू फैलने से लोगों का यहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। यही नहीं चैंबर की मरम्मत न किए जाने से सड़क में गड्ढा पड़ गया है। इस कारण यहां दुर्घटना का भी अंदेशा बना हुआ है। हैरानी की बात है कि चेंबर को टूटे हुए 20 दिनों से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन बार बार आग्रह करने पर भी चैंबर की मरम्मत नहीं की जा रही।
ऐसे में एसडीएम ने पीडब्ल्यूडी को सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कंडीशनल आर्डर जारी किया है। इसके बाद भी अगर आदेशों की पालना नहीं होती है तो फील्ड अधिकारी की व्यक्तिगत जवाबदेही तय की जाएगी। बता दें कि उपमंडल में कृषि विभाग के कार्यालय से कुछ दूरी पर 19.41 करोड़ की लागत से मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य जारी है। यहां खोदाई के दौरान निकल रही मिट्टी को डंपरों में भरकर डंपिंग साइट पर पहुंचाई जा रही है। ये डंपर एसडीएम कार्यालय के समीप से होकर जा रहे हैं। इस दौरान एक डंपर का टायर चढ़ने से चेंबर टूट गया। जिससे पूरी गंदगी खुले में बहने और बीच सड़क में गड्डा पड़ने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां एसडीएम कार्यालय सहित तहसील कार्यालय व कृषि विभाग के कार्यालय में काम के सिलसिले से रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं। यही नहीं सड़क में गड्ढा पड़ने से वाहन चालकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी चैंबर की मरम्मत को लेकर गंभीर नहीं है। इस तरह की लापरवाही पर एसडीएम ने पीडब्ल्यूडी को पब्लिक न्यूसेंस को रिमूव करने के आर्डर जारी किए हैं।
एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि लोगों के बार बार शिकायत किए जाने पर भी चैंबर की मरम्मत नहीं की गई। इसको देखते हुए पीडब्ल्यूडी को सीआरपीसी की धारा 133 के तहत चैंबर की मरम्मत का आर्डर जारी किया गया है। इसके बाद भी अगर आदेशों की अनुपालना नहीं होती है तो फील्ड अधिकारी की व्यक्तिगत जवाबदेही तय की जाएगी।