भगवान श्रीकृष्ण के रंग में रंगा जसूर
जसूर के श्री अष्ट भुजा दुर्गा माता मंदिर में चल रही श्रीमदभागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से कथाव्यास स्वामी विज्ञानानन्द ने प्रह्लाद प्रसंग के माध्यम से बताया कि धर्म सत्य स्वरूप है जो कि
संवाद सहयोगी, जसूर : जसूर के श्री अष्ट भुजा दुर्गा माता मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से कथाव्यास स्वामी विज्ञानानन्द ने प्रह्लाद प्रसंग के माध्यम से बताया कि धर्म सत्य स्वरूप है जोकि ज्ञान व प्रकाश का द्योतक है जबकि अधर्म असत्य स्वरूप गहन अंधकार का प्रतीक है। युगों युगों से धर्म और अधर्म का आपसी संघर्ष रहा है और समय आने पर विजय सदैव धर्म की ही होती है। मंगलवार को विजयदशमी पर सार्थक विवेचना करते हुए स्वामी ने बताया कि रावण पर भगवान श्रीराम की विजय का पर्व अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की और अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व है। समाज में अज्ञानता से जनित रावण स²श बुराइयों का समूलोच्छेद कर इस पर्व को सार्थक बनाना होगा। उन्होंने कहा कि इंद्रियों को वश में करने वाले जीव को ही सर्वत्र विजय प्राप्त होती है जो जीवात्मा इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर उस परमब्रह्म की अराधना में लीन हो जाता है तो फिर दशम द्वार भक्ति का खुलता है भक्ति से निर्मल की गई चित्तवृत्ति से जीवात्मा को एक दिन श्रीहरि का साक्षात्कार होता है। कथा में साध्वी ऊषा भारती, ज्योति भारती ने भजनों का गायन कर कस्बा को कृष्ण रंग में रंग दिया। इस अवसर पर मंदिर महंत पंडित हंसराज शर्मा, मालविका पठानिया, गोविद पठानिया सहित अन्य मौजूद रहे।