धर्मशाला अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहीं सस्ती दवाएं, दो महीने से बंद पड़ा है जन औषधि केंद्र
Dharamshala Hospital भले ही सरकार बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की दावे कर रही हो लेकिन धरातल कुछ ओर ही है। जिला मुख्यालय धर्मशाला में मरीजों को सस्ती दवाएं ही नहीं मिल रहीं हैैं। जोनल अस्पताल धर्मशाला का प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र दो मााह से बंद पड़ा है।
धर्मशाला, जेएनएन। भले ही सरकार बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की दावे कर रही हो, लेकिन धरातल कुछ ओर ही है। जिला मुख्यालय धर्मशाला में मरीजों को सस्ती दवाएं ही नहीं मिल रहीं हैैं। जोनल अस्पताल धर्मशाला का प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र दो मााह से बंद पड़ा है। ऐसे में मरीजों को बाजारों से प्रिंट रेट पर दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। अस्पताल में स्थापित जन औषधि केंद्र का कार्यकाल एंव टेंडर आठ सितंबर को खत्म हो गया था। इसी बीच धर्मशाला अस्पताल के एमएस का तबादला हो गया। अब नए एमएस अपने स्तर पर नियम बनाकर ही जन औषधि केंद्र का पुन: टेंडर करना चाहते हैं।
जानकारी के मुताबिक केंद्र में विभिन्न प्रकार की करीब 250 दवाएं हैं। इसमें आठ से 10 कंपनियों की दवाएं नवंबर माह के एक्सपायर भी हो जाएंगी। यहां बता दें कि जन औषधि केंद्र में लोगों को बाजार भाव से करीब 60 से 70 फीसदी कम रेट पर दवाई मिलती है। यानी ब्लड प्रेशर की जिस दवाई के पत्ते को बाजार में मूल्य 25-26 रुपये होगा, वहीं दवा जन औैषधि केंद्र में 4 रुपये में मिलेगी। दो माह से बंद पड़े जन औषधि केंद्र के कारण लोगों को महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।