स्वजन का आरोप, जेल प्रशासन की लापरवाही से हुई पवन की मौत
पालमपुर में हुए वाहन पंजीकरण फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपित पवन
जागरण संवाददाता, धर्मशाला :
पालमपुर में हुए वाहन पंजीकरण फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपित पवन कुमार निवासी सेक्टर 41-ए चंडीगढ़ की जिला मुक्त कारागार धर्मशाला में बुधवार देर रात कोरोना से मौत हो गई थी। धर्मशाला पहुंचे स्वजन ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन पर लापरवाही से पवन कुमार की मौत हुई है। मृतक के बेटे गुरदीप ने कहा कि उनके पिता शुगर व हृदय की बीमारी से पीड़ित थे। 20 साल से उनका इलाज चल रहा था। जब पिता की गिरफ्तारी हुई थी तो उस दौरान भी उन्होंने स्वास्थ्य की जांच करवाई थी। डाक्टर ने कहा कि पिता को कोई भी बीमारी होने पर सामान्य तौर पर उपचार किया जाए। इलाज करने वाले डाक्टर उनकी हिस्ट्री पढ़ने के बाद ही जांच शुरू करें और खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने डाक्टर की रिपोर्ट पुलिस व जेल प्रशासन को भेजी थी। बुधवार रात पिता की तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने अपने डाक्टर को बुलाकर सामान्य तौर पर इलाज शुरू कर दिया और बिना पुरानी हिष्ट्री देखे उन्हें इंजेक्शन लगा दिया। इस कारण पिता की मौत हुई है। जेल अधीक्षक विकास भटनागर ने बताया कि यहां नियमों के हिसाब से कैदियों को रखा जाता है और चिकित्सा अधिकारी ही उनके स्वास्थ्य की जांच करता है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्वजनों की शंका दूर हो जाएगी।