Himachal By Election 2019: बागियों ने डामाडोल की बगिया, दोनों दलों की बढ़ी चिंता
विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला में भाजपा और कांग्रेस में टिकट से वंचित रहे दो लोगों ने आजाद रूप से चुनावी हुंकार भरी है।
धर्मशाला, जेएनएन। विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला में भाजपा और कांग्रेस में टिकट से वंचित रहे दो लोगों ने आजाद रूप से चुनावी हुंकार भरी है। कांग्रेस से पूर्व विधायक स्वर्गीय मूलराज पाधा के पुत्र पुनीष पाधा व भाजपा से राकेश चौधरी ने आजाद प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया है। पुनीष पाधा गद्दी समुदाय से संबंधित हैं, उन्होंने कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन किया था। भाजपा से जुड़े राकेश चौधरी ने ओबीसी समुदाय को टिकट देने की पैरवी की थी। अब देखने वाली बात यह होगी कि इनमें से कौन नामांकन पत्र वापस लेता है।
बागियों के चुनाव मैदान में उतरने के मामले में भाजपा ने कुछ डैमेज कंट्रोल को संभाला है। ओबीसी समुदाय से जिला परिषद सदस्य अनिल चौधरी भी भाजपा से टिकट के दावेदारों में से एक थे लेकिन वे आजाद रूप से चुनाव मैदान में नहीं उतरे हैं। कचहरी अड्डा में आयोजित जनसभा में वह भाजपा के साथ ही खड़े रहे। अब राकेश भाजपा व पुनीष कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचा पाते हैं और दोनों ही राजनीतिक दल इन्हें लेकर क्या रणनीति तय करते हैं, यह अभी भविष्य के गर्भ में है, नामांकन वापस लेने का समय शेष है।
धर्मशाला में आठ उम्मीदवारों ने नामांकन भरे हैं। इनमें से दो चेहरे ऐसे भी हैं, जो कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बतौर आजाद प्रत्याशी उतरे थे। इनमें निशा कटोच व सुभाष शुक्ला शामिल हैं। भाजपा से विशाल नैहरिया, कांग्रेस से विजय इंद्र कर्ण, भारत स्वाभिमान पार्टी से मनोहर धीमान, जबकि सुभाष शुक्ला, निशा कटोच, राकेश चौधरी, चौकस भारद्वाज व पुनीष पाधा आजाद रूप से चुनाव मैदान में हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा क्षेत्र से कुल 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।