Move to Jagran APP

इंदौरा में क्रशर संचालक ब्‍यास नदी में कर रहे अवैध खनन, फर्जी बिल बनाकर सरकार को भी लगा रहे चपत

illegal Mining in Vyas River फर्जी बिल पर प्रदेश सरकार को रोजाना लाखों रुपये के राजस्व की चपत लगाते हुए सीमावर्ती क्षेत्र में लगे क्रशर रोजाना दर्जनों मल्टी एक्सल वाहनों से पंजाब में रेत बजरी रोड़ी आदि की सप्लाई कर रहे हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 10:50 AM (IST)
इंदौरा में क्रशर संचालक ब्‍यास नदी में कर रहे अवैध खनन, फर्जी बिल बनाकर सरकार को भी लगा रहे चपत
सीमावर्ती क्षेत्र में लगे क्रशर अवैध खनन करते हुए।

भदरोआ, संवाद सहयोगी। illegal Mining in Vyas River, फर्जी बिल पर प्रदेश सरकार को रोजाना लाखों रुपये के राजस्व की चपत लगाते हुए सीमावर्ती क्षेत्र में लगे क्रशर रोजाना दर्जनों मल्टी एक्सल वाहनों से पंजाब में रेत बजरी रोड़ी आदि की सप्लाई कर रहे हैं। इसमें कुछ लोग इनका साथ देते हुए प्रदेश सरकार की आंखों में धूल झोंक अपनी जेब गर्म रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी इन क्रशरों द्वारा जाली एम फॉर्म बनाने का मामला प्रशासन के ध्यान में आया था और इन क्रशरों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इंदौरा की ब्यास दरिया में लगे क्रशर संचालक (पंजाब) के फर्जी बिल काटकर रोजाना दर्जनों गाड़ियां अवैध रूप से भेज रहे हैं, ऐसा कर यह हिमाचल सरकार को रोजाना लाखों का टैक्स चोरी कर चूना लगा रहे हैं।

loksabha election banner

आबकारी व कराधान विभाग का बैरियर राष्ट्रीय राजमार्ग गांव तोकी में लगा हुआ है। लेकिन फ‍िर भी कुछ लोगों की सहायता से इस कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार की आंखों में धूल झोक अपनी जेब गर्म कर रहे हैं।

अंधाधुंध अवैध खनन

क्रशर संचालकों की ओर से ब्यास दरिया और आसपास के क्षेत्र में अंधाधुंध अवैध खनन किया जा रहा है। आलम यह है कि सारा प्रशासन लगे क्रशरों से मात्र कुछ ही दूरी पर होने के बावजूद अभी तक क्रशर संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है, जिसके पीछे राजनीतिक रसूख और मोटे पैसे का लेनदेन की बात कही जा रही है।

अवैध खनन ने सूखा दिए पेयजल स्रोत

ब्यास दरिया किनारे लगे क्रशर सरेआम पोकलेन ओर जेसीबी मशीनों से अवैध खनन कर रहे हैं। ब्यास दरिया और आसपास के क्षेत्र में कई फ़ीट गहरे गड्ढे कर दिए गए है। अवैध खनन के कारण गर्मी के मौसम में पानी के सभी स्रोत सूख गए हैं लोगों की उपजाऊ भूमि और बाग बगीचे सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। कई मर्तबा लोगों द्वारा अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई गई। लेकिन आम जनमानस की आवाज पैसों के मोटे खेल में दब कर रह गई और आज दिन तक कोई कठोर कार्रवाई प्रशासन व सरकार द्वारा नहीं की गई।

यह बोले खनन अधिकारी राजीव कालिया

खनन अधिकारी नूरपुर राजीव कालिया ने बताया मौका पर विभागीय टीम को भेजा जा रहा है। अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही फर्जी बिलों पर हिमाचल से क्रशर की गाड़ियों के निकलने का मामला ध्यान में आया है। इसकी पूरी जांच की जाएगी। पकड़ में आने पर निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.