आइएचबीटी की अरोमा टीम अल्ट्रा इंटरनेशनल पुरस्कार से सम्मानित
सगंध फसलों की खेती पर बेहतर काम के लिए आइएचबीटी पालमपुर को अल्ट्रा इंटरनेशनल पुरस्कार मिला है।
पालमपुर, जेएनएन। सगंध तेल उत्पादन व सगंध फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सीएसआइआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर की मिशन अरोमा टीम को अल्ट्रा इंटरनेशनल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार भारतीय सगंध तेल एसोसिएशन की ओर से बेंगलुरु में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस व एक्सपो-2018 में प्रदान किया गया। संस्था के निदेशक संजय कुमार के नेतृत्व में अरोमा मिशन की टीम ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक लाख रुपये नकद व प्रशस्ति पत्र शामिल है। इस कांग्रेस के आयोजक भारतीय सगंध तेल एसोसिएशन ने डॉ. संजय कुमार को उनके सगंध उद्योग को प्रदान किए गए सराहनीय योगदान के लिए प्रमाण पत्र व स्मृतिचिह्न से सम्मानित किया। समारोह में कुल्लू के किसान विनीत को भी अल्ट्रा इंटरनेशनल आइकोनिक फार्मर के पुरस्कार से नवाजा गया। किसान विनीत कुमार ने आइएचबीटी के मागदर्शन से किसान समूह बनाकर जंगली गेंदे की व्यापक स्तर पर खेती की। इस पुरस्कार में 51 हजार रुपये नकद व प्रशस्ति पत्र शामिल है।
संस्थान की ओर से सगंध फसलों पर किए जा रहे कार्य सीएसआइआर के अरोमा मिशन का एक हिस्सा हैं, जो पूरे देश में विभिन्न सीएसआइआर प्रयोगशालाओं की ओर से चलाया जा रहा है। संस्थान अरोमा मिशन के अंतर्गत जंगली गेंदा, सुगंधित गुलाब, मुश्कबाला, नींबू घास के अतिरिक्त उच्च पर्वतीय क्षेत्र की फसलें ड्रेकोसिफैलम तथा आर्टिमि या मेरीटिमा की खेती को प्रोत्साहित कर रहा है, ताकि किसानों की आमदनी दो गुणा की जा सके। जंगली गेंदा परंपरागत फसलों की अपेक्षा अढ़ाई गुणा अधिक आमदनी देता है। संस्थान व्यापक स्तर पर इन फसलों को उगाने व प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए रोपण सामग्री, आसवन इकाइयां तथा तकनीकी सहायता उपलब्ध करवा रहा है, ताकि बंजर पड़ी भूमि से भी किसान दो गुणा अधिक आमदनी प्राप्त कर सकें।