एचआरटीसी की बसों में चल रही है कंडेक्टरों की मनमानी
आलम यह है कि दो अलग-अलग डिपो की बसों में करीब 18 किलोमीटर और 13 किलोमीटर की दूरी का किराया समान ही वसूला जा रहा है।
जसूर, संवाद सूत्र। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों में मनमाना किराया वसूला जा रहा है। आलम यह है कि दो अलग-अलग डिपो की बसों में करीब 18 किलोमीटर और 13 किलोमीटर की दूरी का किराया समान ही वसूला जा रहा है। इस संबंध में एक यात्री ने निगम के उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजी है।
जानकारी के अनुसार 26 जनवरी को राज कुमार निवासी छत्रोली जसूर ने जसूर से सिंबल चौक पठानकोट के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम पठानकोट डिपो की बस में सफर किया तो उससे 24 रुपये किराया वसूला गया। यह दूरी करीब 18 किलोमीटर है। वापसी पर वह जब सिंबल चौक से नागाबाड़ी के लिए पालमपुर डिपो की बस में बैठा तो उससे करीब 13 किलोमीटर दूरी के लिए 25 रुपये की टिकट परिचालक ने थमा दी। इस विषय में जब यात्री ने परिचालक से जानना चाहा तो वह बहसबाजी पर उतारू हो गया। नागाबाड़ी से जसूर तक फिर वह पथ परिवहन की निगम की बस में बैठा तो छह रुपये किराया वसूला गया। उसे सिंबल चौक से जसूर तक पहुंचने के कुल 31 रुपये देने पड़े, जबकि जाते समय उसे जसूर से सिम्बल चौक कुल 24 रुपये की टिकट मिली थी। राजकुमार ने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि ऐसे परिचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मामला ध्यान में लाया गया है। यह कैसे हुआ, इसकी जांच की जाएगी। टिकट मशीन में फीडिंग में भी गलती हो सकती है।
-राज कुमार जरियाल, डीएम धर्मशाला
पूर्व विधायक ने लगाया सड़कों की उपेक्षा का आरोप
पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य चौधरी रामचंद भाटिया ने प्रदेश की पूर्व सरकार पर सड़कों के निर्माण एवं उनको पक्का करने पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। रामचंद भाटिया ने कहा
कि 27 वर्ष पूर्व उनके कार्यकाल के दौरान बनाई उस्तेहड़-बलोल और उस्तेहड़-सुनेहड़ सड़कें राजनीति की भेंट चढ़ गई हैं। जब केन्द्र में शांता कुमार मंत्री थे तो यह सड़क पक्की हो गई थी, लेकिन पूर्व कांग्रेस सरकार के समय उपेक्षा केकारण लोगों को यातायात की सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है। उनके गांव को बस सुविधा से वंचित रखना कांग्रेस सरकार का सौतेला व्यवहार है। दोनों सड़कों की हालत इतनी खस्ता है कि यहां पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इन सड़कों पर मिट्टी डालकर काम चलाया जा रहा
है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सौतेला व्यवहार करने वाले अधिकारी को तुरंत बदलने की मांग की है।
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