धर्मशाला के होटलियर्स नियमों में बदलाव पर ही पहली अगस्त से खोलेंगे होटल, ऑनलाइन बुकिंग नहीं आ रही
Dharamshala Hoteliers होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला ने प्रदेश सरकार से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) में बदलाव की मांग उठाई है।
मैक्लोडगंज, जेएनएन। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला ने प्रदेश सरकार से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) में बदलाव की मांग उठाई है। अध्यक्ष अश्वनी बांबा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में मौजूदा एसओपी के कारण 31 जुलाई तक होटल बंद रखने का फैसला लिया गया। साथ ही यह भी निर्णय लिया कि पहली अगस्त से तभी होटल खोले जाएंगे जब नियमों में बदलाव होगा। बैठक में मंथन किया गया कि सरकार ने पर्यटकों के लिए हिमाचल के दरवाजे खोल दिए हैं लेकिन जो शर्तें एसओपी के तहत रखी गई हैं, उनके अनुसार कोई भी बुकिंग नहीं आ रही है। तर्क दिया कि एक होटल में कोई भी पर्यटक पांच दिन तक ठहरने के लिए तैयार नहीं है।
एसोसिएशन का कहना है कि पर्यटकों को पांच की बजाय दो दिन ठहरने की स्वीकृति देने के साथ-साथ हिमाचल की सीमा पर ही उनके वाहनों को सैनिटाइज्ड करने की व्यवस्था होनी चाहिए। होटलों में आने वाले पर्यटकों के लिए अलग से पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती होनी चाहिए। बैठक में एसोसिएशन के चेयरमैन ओंकार सिंह नैहरिया, महासचिव विवेक महाजन, उपाध्यक्ष दिनेश कपूर व राजेश, कोषाध्यक्ष संजीव नैहरिय व संयुक्त सचिव विकास नैहरिया सहित अन्य पदाधिकारियों ने फैसला लिया।
क्या हैं नए नियम
- पर्यटकों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी।
- होटल में कमरे के लिए पांच दिन की बुकिंग होनी चाहिए।
- कोविड-19 पोर्टल में आने से 48 घंटे पहले पंजीकरण करवाना होगा।
- जिस गाड़ी में पर्यटक आ रहा हो, उसका सैनिटाइजेशन प्रमाणपत्र लाना होगा।
कांगड़ा जिले में हैं 650 होटल
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला के अनुसार कांगड़ा जिले में साढ़े छह सौ होटल हैं। इसके अलावा 380 होम स्टे जबकि 200 से ज्यादा रेस्टोरेंट हैं।