होटल कर्मचारी पहनेंगे कैदियों के हाथों बनी वर्दियां
धर्मशाला में औद्योगिक क्षेत्र भी विकसित किया जा रहा है। इस औद्योगिक क्षेत्र में हथकरघा, बेल्डिंग और लड़की का काम करने वाले कारीगरों को स्थान व रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
धर्मशाला, जेएनएन। प्रदेश निजी होटलों के कर्मचारियों के लिए कैदियों से हाथों से बनी वर्दियां उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके अलावा जेल प्रशासन होटल एसोसिएशन से बात कर रहा है और वर्दियों के न्यूनतम से न्यूनतम मूल्य तय करने पर चर्चा की जा रही है।
जेल महानिदेशक सोमेश गोयल ने शनिवार को जिला कारागार धर्मशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के अनौपचारिक बातचीत में गोयल ने कहा कि कैदियों के लिए 2016 से शुरू की गई, हर हाथ काम योजना के सार्थक परिणाम आ रहे हैं। 2015 तक जेल प्रशासन को वार्षिक 23 लाख रुपये आमदनी हुई थी। इसके बाद जैसे ही योजना शुरू की है तो 2018 में जेल प्रशासन ने एक करोड़ 5 लाख रुपये कैदियों को मेहनताना ही दिया है, जबकि प्रशासन को आमदनी इससे भी अधिक हुई है।
योजना को ओर सुदृढ़ करने के लिए जहां होटल संचालकों को बातचीत की जा रही है। वहीं धर्मशाला में औद्योगिक क्षेत्र भी विकसित किया जा रहा है। इस औद्योगिक क्षेत्र में हथकरघा, बेल्डिंग और लड़की का काम करने वाले कारीगरों को स्थान व रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके अलावा नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया से बातचीत की जा रही है तो प्रदेश की सभी जेलों में कैदियों के लिए पुस्तकालय स्थापित किए जा सकें।