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परिवहन मंत्री की दोटूक, एचआरटीसी में अब नहीं होगी बैकडोर एंट्री, कांग्रेस सरकार ने की थी पीसमील वर्कर्स भर्ती

Himachal Transport Minister Bikram Thakur परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि अब हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में बैकडोर एंट्री नहीं होगी। शिमला में पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कच्चा काम नहीं होगा। मौजूदा सरकार ने कच्चा नहीं पक्का काम किया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 19 Dec 2021 08:44 AM (IST)Updated: Sun, 19 Dec 2021 08:44 AM (IST)
परिवहन मंत्री की दोटूक, एचआरटीसी में अब नहीं होगी बैकडोर एंट्री, कांग्रेस सरकार ने की थी पीसमील वर्कर्स भर्ती
परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि अब हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में बैकडोर एंट्री नहीं होगी।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Transport Minister Bikram Thakur, परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि अब हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में बैकडोर एंट्री नहीं होगी। शिमला में पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कच्चा काम नहीं होगा। मौजूदा सरकार ने कच्चा नहीं पक्का काम किया है। इन कर्मियों की भर्ती पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी। गौरतलब है कि इनमें कई पेंटर भी रखे गए थे, जबकि निगम में पेंटर के पदों की जरूरत नहीं थी।

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कब से टूलडाउन हड़ताल

अभी पीस मील वर्कर अनिश्चितकालीन टूलडाउन हड़ताल पर हैं। पहले भी आंदोलन चलाया था, लेकिन सरकार के आश्वासन के बाद ये काम पर लौट गए थे। हिमाचल परिवहन निगम पीस मील कर्मचारी मंच के प्रधान खेम चंद, महासचिव हरि कृष्ण शर्मा शर्मा, संयुक्त सचिव मनोज पाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि सरकार व निगम प्रबंधन ने पीसमील कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। बार-बार आश्वासन के बाद भी कर्मचारियों को अनुबंध पर नहीं लाया गया है। मंच के पदाधिकारियों ने कहा परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने होटल पीटरहाफ में पीसमील कर्मचारियों से 24 अगस्त को हुई वार्ता के समय प्रबंधक निदेशक की मौजूदगी में वादा किया था कि सितंबर शुरू के दो सप्ताह में अनुबंध पर ले लिया जाएगा। इसके पश्चात पीसमील कर्मचारियों ने मंत्री की बात पर विश्वास करके आंदोलन को वापस लिया था, पर इसे पूरा नहीं किया गया था।

कई कर्मियों की हुई मौत

अनुबंध पर लिए जाने से पहले ही निगम के पांच पीसमील कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। इन कर्मचारियों को उम्मीद की थी वह अनुबंध पर आएंगे, लेकिन अनुबंध पर लिए जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई। पीसमील कर्मचारी मंच पदाधिकारियों के अनुसार इनमें एक कर्मचारी ने आत्महत्या कर जान दे दी थी। इसके अतिरिक्त एक की दुर्घटना और एक की वर्कशाप में ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी। इसके अतिरिक्त दो कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो गई थी।


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