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हरियाणा में दिखेगी हिमाचल की संस्‍कृति, सूरजकुंड मेला में 23 साल बाद थीम स्टेट बना राज्‍य; पढ़ें पूरी खबर

सूरजकुंड में हिमाचली संस्‍कृति की झलक दिखेगी। फरवरी 2020 में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में पर्यटक हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों व लोक संस्कृति का दीदार करेंगे।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 03:58 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 03:58 PM (IST)
हरियाणा में दिखेगी हिमाचल की संस्‍कृति, सूरजकुंड मेला में 23 साल बाद थीम स्टेट बना राज्‍य; पढ़ें पूरी खबर
हरियाणा में दिखेगी हिमाचल की संस्‍कृति, सूरजकुंड मेला में 23 साल बाद थीम स्टेट बना राज्‍य; पढ़ें पूरी खबर

धर्मशाला/फरीदाबाद, जेएनएन। हरियाणा के सूरजकुंड में हिमाचली संस्‍कृति की झलक दिखेगी। फरवरी 2020 में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में पर्यटक हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों व लोक संस्कृति का दीदार करेंगे। मेला का थीम स्टेट इस बार हिमाचल प्रदेश होगा। कंट्री पार्टनर के रूप में उज्बेकिस्तान भूमिका निभाएगा। सूरजकुंड मेला हर साल फरवरी माह के पखवाड़े में होता है। यहां देश-विदेश से लाखों लोग मेला देखने आते हैं। इससे पहले हिमाचल प्रदेश 1996 में थीम स्टेट रहा था। सूरजकुंड मेले में विश्व के 50 से अधिक देश अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करने के लिए आते हैं। देश के सभी राज्यों के कलाकार मेले में शिरकत करते हैं।

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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला के अधिकारी राजेश ने बताया थीम स्टेट व कंट्री पार्टनर तय होने के बाद से ही सूरजकुंड मेले की तैयारी शुरू कर दी हैं। जल्द मेला परिसर को हिमाचल प्रदेश की संस्कृति की झलक दिखाने के लिए तैयार करना शुरू कर दिया जाएगा। मेला परिसर में उज्बेकिस्तान की संस्कृति की झलक भी दिखाई देगी।

हिमाचल की संस्कृति की दिखाई देगी झलक

मेला परिसर को हिमाचल की संस्कृति के रंग में रंगा जाएगा। अपना घर में हिमाचल से एक परिवार जाकर ठहरेगा। जो अपनी संस्कृति को प्रदर्शित करेगा। मेला परिसर को सजाने के लिए हिमाचल प्रदेश से कलाकार आएंगे। वैसे भी हिमाचल प्रदेश की पहचान पयर्टन राज्य के रूप में है। इसलिए वहां के मुख्य पर्यटन स्थलों को यहां प्रदर्शित किया जाएगा। इन पर्यटन स्थलों में मैक्लोडगंज और मनाली प्रमुख रूप से शामिल होंगे। मैक्लाडगंज में प्रति वर्ष एक लाख से भी अधिक पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इसके अलावा चंबा घाटी, कुल्लू मनाली, धर्मशाला, कांगड़ा के भी दर्शन होंगे। हिमाचल के पहाड़ी लोकनृत्य भी काफी प्रसिद्ध हैं। मेले की चौपाल पर हिमाचल के पहाड़ी लोकनृत्य कलाकारों द्वारा पेश किए जाएंगे। हिमाचल के नाटी, कथड़ी, घुघटी, बिड़सु, दानव नृत्य, बाक्यांग, कायांग आदि की झलकियां दिखेंगी।


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