हिमाचल प्रदेश के स्कूलों की लाइब्रेरी में बच्चों को मिलेंगी पाठ्यक्रम से हटकर किताबें, एनबीटी ने खरीदीं दो करोड़ की पुस्तकें
Himachal Pradesh School News राज्य के सरकारी स्कूलों में बने पुस्तकालयों की हालत अब बदलेगी। किताब खरीद को लेकर चले विवाद के बीच स्कूलों को नई किताबें मिलना शुरू हो गया है। नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) से इन किताबों को खरीदा गया है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh School News, राज्य के सरकारी स्कूलों में बने पुस्तकालयों की हालत अब बदलेगी। किताब खरीद को लेकर चले विवाद के बीच स्कूलों को नई किताबें मिलना शुरू हो गया है। नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) से इन किताबों को खरीदा गया है। इस साल के बजट की यह किताबें हैं। 25 से 35 फीसद डिस्काउंट पर इन किताबों को खरीदा गया है। इसके अलावा पिछले साल के बजट की भी ये किताबें है। नई किताबें आने से स्कूल के यह पुस्तकालय नाम के नहीं रहेंगे, बल्कि इनमें बच्चों के पढ़ने के लिए महापुरुषों की जीवनी बाल्य मैग्जीन नैतिक शिक्षा आजादी के योद्धाओं की जीवनी जैसी पुस्तकें भी पढ़ने को मिलेगी। बच्चों में पढ़ने की रुचि बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने किताबों को खरीदने का निर्णय लिया है।
किताब खरीद विवाद के चलते इस प्रक्रिया में कुछ देरी हुई है। समग्र शिक्षा अभियान ने कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों की रुचि के हिसाब से किताबों को खरीदा है। सचिव शिक्षा राजीव शर्मा ने कहा कि अधिक्तम डिस्काउंट पर ही किताबों को खरीदा गया है। किताबें स्कूलों को पहुंचना शुरू कर दिया है।
केंद्र देता है बजट, खरीद पर कमेटी की अनुशंसा पर खरीदी किताबें
केंद्र सरकार सरकारी स्कूलों में बने पुस्तकालयों के लिए 5 से 20 हजार रुपये तक का बजट प्रत्येक स्कूल को दिया जाता है। हर साल यह बजट जारी किया जाता है। किताबों की खरीद के लिए निदेशालय में राज्यस्तरीय कमेटी गठित है। कमेटी में शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी, प्रधानाचार्य शामिल हैं। किताबों के सैंपल आने के बाद कमेटी की बैठक में चर्चा के बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया जाता है। कक्षा-1 से 5 यानि प्राइमरी स्कूलों के लिए किताबों की अलग खरीद होगी। जबकि कक्षा-6 से 12वीं के बच्चों के लिए अलग से किताबें खरीदी गई है।
एनबीटी से खरीदी दो करोड़ की किताबें
किताब खरीद प्रक्रिया के बीच समग्र शिक्षा अभियान ने नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) को इसका ऑर्डर दिया। दो करोड़ की किताबों का आर्डर जारी किया था। एनबीटी ने किताबें भेजना शुरू कर दिया है। एनबीटी केंद्र सरकार की एजेंसी है। नई किताबें आने के बाद बच्चों को पाठ्यक्रम के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी मिल सकेगी। एसएसए दूसरे चरण में निजी प्रकाशकों से भी किताबें खरीदेगा। किताब खरीद को लेकर चले विवाद के बाद एसएसए ने दो चरणों में किताबें खरीदने का निर्णय लिया है। निजी प्रकाशकों से दूसरे चरण में किताबें खरीदी जाएंगी। एसएसए ने जिन प्रकाशकों को शार्ट लिस्ट किया है, उनकी वेरिफिकेशन की जा रही है। किताब के आइएसबीएन नंबर को कंपर्म किया जाएगा। जिन किताबों का नंबर नहीं मिल रहा है, उन्हें कंफर्म करवाने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजा है।