Move to Jagran APP

Chakki Bridge: बारिश थमने पर चक्‍की पुल को सुरक्षित करने में जुटा NHAI, विशेषज्ञों की टीम बुलाई

Himachal Punjab Chakki Bridge चक्की पुल के दो संवेदनशील पिल्लरों की सुरक्षा के लिए एनएचएआइ की टीम फिर से जुट गई है। टीम ने पानी का बहाव मोड़ने का प्रयास किया है। इसके लिए करीब 15 जेसीबी मशीन लगाई थी। फिर से काम शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Rajesh Kumar SharmaPublished: Tue, 27 Sep 2022 10:49 AM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 12:26 PM (IST)
Chakki Bridge: बारिश थमने पर चक्‍की पुल को सुरक्षित करने में जुटा NHAI, विशेषज्ञों की टीम बुलाई
चक्की पुल के दो संवेदनशील पिल्लरों की सुरक्षा के लिए एनएचएआइ की टीम फिर से जुट गई है।

नूरपुर, संवाद सहयोगी। Himachal Punjab Chakki Bridge, चक्की पुल के दो संवेदनशील पिल्लरों की सुरक्षा के लिए एनएचएआइ की टीम फिर से जुट गई है। टीम ने पानी का बहाव मोड़ने का प्रयास किया है। इसके लिए करीब 15 जेसीबी मशीन लगाई थी। फिर से पिल्लरों को सुरक्षित करने का काम शुरू हो गया है। अभी कितना वक्त लगेगा कुछ कहा नहीं जा सकता पर एनएचएआइ की टीम फिर से जुट गई है। एनएचएआइ परियोजना अधिकारी कर्नल अनिल सेन ने कहा चक्की खड्ड पर पुल को सुरक्षित करने के लिए काम दो दिन में फिर से शुरू किया जाएगा। लेकिन इससे पहले पुल व इसके पिल्लरों को सुरक्षित करने के लिए विशेषज्ञों की टीम दौरा करेगी। यह टीम आज या कल में दौरा कर सकती है। टीम में वरिष्ठ इंजीनियर शामिल होंगे। इनके द्वारा सुझाए जाने वाले बिंदुओं मुताबिक काम होगा ताकि फिर से बारिश हो या पानी का तेज बहाव, इससे इसमें कोई फर्क न पड़े और पुल को पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सके।

loksabha election banner

चक्की पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया है। पहले भी चक्की पुल यातायात के लिए बंद करना पड़ा था। पुल व पिल्लरों को सुरक्षित करने के बाद व क्रेट वर्क के बाद पुल को यातायात के लिए खोल दिया था। क्रेट फिर से पानी की भेंट चढ़े हैं। अब अलग से रणनीति बनाने की जरूरत है। इसके लिए वरिष्ठ इंजीनियरों की टीम दौरा करेगी उसके बाद ही काम शुरू हो सकेगा।

बीते रोज भी एनएचएआइ की टीम पिल्लरों को सुरक्षित करने के लिए व काम के लिए चक्की खड्ड में थी, अब दो तीन दिन के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। चक्की पुल हिमाचल व पंजाब को जोड़ता है इस लिए इस पुल का बहुत महत्व है। इस पुल के महत्व को समझते हुए एहतियाती व जरूरी कदमों के साथ-साथ मजबूती की दिशा में काम होगा।

पिछले माह चक्की खड्ड में अचानक जलस्तर बढ़ने से पुल पर यातायात बंद कर दिया गया था। एनएचएआइ को एक महीने से ज्यादा समय लग गया पर पुल के दो संवेदनशील पिल्लरों की सुरक्षा मजबूत नहीं हो सकी। अभी फिर से हुई बारिश में क्रेट बह गए और यातायात के लिए पुल को बंद करना पड़ा। हालांकि सेना भी एनएचएआइ की मदद में जुटी रही।

एनएचएआइ ने चक्की खड्ड में मशीनें लगाई हुई थी, जिन पर लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं। लेकिन अभी तक पुल के दो संवेदनशील पिल्लर सुरक्षित नहीं हो सके हैं। एनएचएआइ की टीम कई दिनों से पानी का बहाव मोड़ने में लगी रही। लेकिन बारिश से बार बार काम प्रभावित होता रहा। जब पानी का बहाव मोड़ दिया गया तो पिल्लरों की सुरक्षा के लिए क्रेट लगाने का काम शुरू हो गया, क्रेट लगाने के बाद पिछले सप्ताह चक्की पुल को यातायात के लिए खोल दिया गया। लेकिन दो दिन पूर्व चक्की खड्ड में जलस्तर बढ़ने से पिल्लरों की सुरक्षा के लिए लगाए गए क्रेट बह गए और शनिवार रात को चक्की पुल पर एक बार फिर यातायात बंद कर दिया गया।

यह पुल हिमाचल और पंजाब को जोड़ता है, साथ ही सेना के लिए भी यह बहुत उपयोगी है। एनएचएआइ फिलहाल चक्की पुल के संवेदनशील पिल्लरों की सुरक्षा के लिए कोई कारगर योजना नहीं बना सका है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.