Kasauli Heritage Thermometer: दो साल बाद भी पता नहीं चला कहां गया पांच फीट का हेरिटेज थर्मामीटर
Kasauli Heritage Thermometer पर्यटन नगरी कसौली के लोअर माल रोड पर स्थित ब्रिटिश कालीन होटल एलासिया में 100 साल से लगा पांच फीट लंबा थर्मामीटर चोरी होने के दो साल बाद भी पुलिस सुराग लगाने में सफल नहीं हो सकी है।
सोलन, संवाद सहयोगी। Kasauli Heritage Thermometer, पर्यटन नगरी कसौली के लोअर माल रोड पर स्थित ब्रिटिश कालीन होटल एलासिया में 100 साल से लगा पांच फीट लंबा थर्मामीटर चोरी होने के दो साल बाद भी पुलिस सुराग लगाने में सफल नहीं हो सकी है। बाजार में उसकी कीमत लाखों में बताई जाती है। यह थर्मामीटर एलासिया होटल की दीवार पर लगा था, जो 26 दिसंबर, 2020 को चोरी हो गया था। उस समय होटल स्टाफ ने पुलिस में शिकायत की थी।
होटल में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद इस तरह की हेरिटेज वस्तु का गुम होना हैरानी भरा है। हालांकि, उस समय कोरोना के कारण होटल व्यवसाय ठप था और सीसीटीवी कैमरे भी खराब बताए जा रहे थे। इसी का फायदा उठाकर ही शातिरों ने घटना को अंजाम दिया। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ के एक व्यक्ति अश्वनी कुमार ने कसौली फेसबुक पेज पर इसका जिक्र किया तो मामला फिर से ताजा हो गया। फेसबुक पेज पर इसको खोजने को लेकर भी उन्होंने अपील की। एलासिया होटल के मैनेजर देविंद्र कुमार का कहना है कि यह हेरिटेज थर्मामीटर होटल की बाहरी दीवार से चोरी हो गया था।
1920 में थर्मामीटर किया था स्थापित
इस भवन की दीवार पर धातु व कांच का यह थर्मामीटर 1920 में स्थापित किया गया था। यह चोरी के समय भी संचालन की स्थिति में था, जिसमें नीचे के बल्ब में पारा था, जो वातावरण के तापमान की रीडिंग देने के लिए ग्लास ट्यूब में फैलता था। अंग्रेज व्यवसायी मिस्टर टिडवेल ने 1938 में इस भवन को खरीदा था। उस समय तक भवन का उपयोग बैंकिंग प्रतिष्ठान के रूप में किया जाता था। चार नवंबर, 1941 को भवन को होटल में बदलने की अनुमति दी गई। होटल का नाम लेडी मैरी पर्ल एलासिया के नाम से एलासिया रखा गया था, जो एक प्रमुख व्यवसायी व टिडवेल की करीबी सहयोगी थीं। उनकी सितंबर 1940 में कसौली में मृत्यु हो गई थी।
स्टीफंस इंक्स ने लगाया था थर्मामीटर
स्टीफंस इंक का आविष्कार ब्रिटिश चिकित्सक ने किया था। डा. हेनरी स्टीफंस ने पहली बार 1832 में इसे विकसित किया था। अमिट होने के कारण उस समय ब्रिटिश सरकार ने सभी कानूनी दस्तावेजों के लिए स्टीफेंस की स्याही को अनिवार्य कर दिया था। स्टीफंस इंक्स एंड कंपनी ने ऐसे थर्मामीटर कई जगह स्याही के प्रचार के लिए लगाए थे।