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हिमाचल के 600 एसएमसी शिक्षकों को झटका, सरकार के साथ करार खत्म; आठ साल से दे रहे थे सेवाएं

SMC Teachers कोरोना वायरस के बीच 600 एसएमसी शिक्षकों को झटका लगा है। मंगलवार 31 मार्च को प्रदेश सरकार के साथ इनका करार खत्म हो गया

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 07:07 AM (IST)
हिमाचल के 600 एसएमसी शिक्षकों को झटका, सरकार के साथ करार खत्म; आठ साल से दे रहे थे सेवाएं
हिमाचल के 600 एसएमसी शिक्षकों को झटका, सरकार के साथ करार खत्म; आठ साल से दे रहे थे सेवाएं

शिमला, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के बीच 600 एसएमसी शिक्षकों को झटका लगा है। मंगलवार 31 मार्च को प्रदेश सरकार के साथ इनका करार खत्म हो गया और इन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया। अब पहली अप्रैल से इनकी सेवाओं को समाप्त समझा जाएगा। यह शिक्षक पांच से आठ सालों से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे थे। एसएमसी शिक्षक संघ के राज्य अध्यक्ष मनोज रौंगटा ने कहा कि इन शिक्षकों ने बिना मानदेय के फरवरी और मार्च माह में स्कूलों में काम किया है। सरकार इन्हें सेवा विस्तार के साथ छुट्टियों का वेतन भी जारी करे। वेतन संबंधित मामले को लेकर मुख्यमंत्री कार्या य ने फाइल प्रधान सचिव शिक्षा को भेजी है। इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।

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उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा का कहना है सेवानिवृत्ति के संबंध में अन्य अधिकारिक औपचारिकताओं को बाद में पूरा किया जाएगा।

250 स्कूल एसएमसी शिक्षकों के सहारे

सरकारी स्कूलों में 2400 शिक्षक स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के आधार पर कार्यरत थे। इनमें से 1800 का करार 31 दिसंबर,2019 को समाप्त हो चुका है। प्रदेश में करीब 250 स्कूल एसएमसी शिक्षकों के सहारे हैं। इनमें नियमित शिक्षक नहीं हैं। ये दूर दराज के क्षेत्रों के स्कूल हैं। इनमें करीब 150 वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं हैं। अब लॉकडाउन और कफ्र्यू के बाद स्कूल खुलेंगे तो वहां शिक्षकों की कमी खलेगी।

33 प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापक, 60 शिक्षक और 20 गैर शिक्षक सेवानिवृत्त

प्रदेश में मंगलवार को 33 प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापक, 60 शिक्षक (जेबीटी, टीजीटी, सीएंडवी, प्रवक्ता, पीजीटी) और 20 गैर शिक्षक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं। स्कूल, कॉलेज और शिक्षा निदेशालय बंद होने के चलते कोई फेयरवेल पार्टी नहीं हुई। इन्हें डिम्ड सस्पेंड किया गया है। आधिकारिक औपचारिकताएं बाद में पूरी होंगी।

नियमित होने में होगी देरी

सरकारी कार्यालय बंद होने का असर अनुबंध कर्मचारियों की नियमितीकरण पर भी पड़ेगा। छुट्टियों के चलते अनुबंध कर्मचारियों की सूची प्रदेश के जिलों से नहीं आई है। इसमें भी एक से डेढ माह देरी हो सकती है।


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