हिमाचल प्रदेश में कला अध्यापकों को चार माह बाद भी नहीं मिली नियुक्ति, 45 की उम्र के करीब पहुंचे कई अभ्यर्थी
Himachal Drawing Teacher Bharti कला अध्यापकों का बैच वाइज आधार पर नौकरी का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा है। काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी होने के चार माह बाद भी विभाग ने रिजल्ट नहीं निकाला है। बेरोजगार बार-बार शिक्षा विभाग के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Drawing Teacher Bharti, कला अध्यापकों का बैच वाइज आधार पर नौकरी का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा है। काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी होने के चार माह बाद भी विभाग ने रिजल्ट नहीं निकाला है। बेरोजगार बार-बार शिक्षा विभाग के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, उन्हें एक ही जवाब दिया जाता है कि फाइल निदेशालय भेजी गई है। आठ दिसंबर, 2021 को शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय (प्रारंभिक) शिमला में 44 पदों के लिए काउंसलिंग हुई थी। शिमला जिला से हजारों अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में भाग लिया। रिजल्ट में देरी से उन अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ती जा रही है जो 45 वर्ष की आयु पूरी करने जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग की सुस्ती की वजह से ऐसे कई अभ्यर्थी आयु शर्त के कारण नौकरी के लिए अपात्र हो जाएंगे। इसी तरह चयनित होने वाले जिन कला अध्यापकों (डीएम) को सरकारी सेवा के लाभ जो पांच माह पहले मिलने चाहिए थे वे अभी भी नहीं मिल पा रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक पंकज ललित ने बताया कि ड्राइंग मास्टर को जल्द नियुक्ति दे दी जाएगी।
जिला में 44 पदों के लिए हुए थे साक्षात्कार
शिमला जिला में इन शिक्षकों के 44 पदों के लिए बीते साल इंटरव्यू लिए गए थे। आठ दिसंबर, 2021 को काउंसलिंग पूरी हो गई, लेकिन अब तक प्रारंभिक शिक्षा विभाग रिजल्ट नहीं निकाल पाया है। प्रशिक्षित बेरोजगारों को अब डर सताने लगा है कि शिमला में नगर निगम चुनाव की आचार संहिता की वजह से उनकी भर्ती लटक सकती है। शिमला जिला की तर्ज पर अन्य जिलों में भी प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक द्वारा डीएम की बैच वाइज भर्ती के लिए काउंसलिंग की गई है, क्योंकि डीएम जिला काडर है। अब केवल नियुक्ति आदेश का इंतजार किया जा रहा है।
पढ़ाई हो रही प्रभावित
कला अध्यापकों की तैनाती में की जा रही देरी की वजह से स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है, क्योंकि प्रदेशभर में इनके 500 से अधिक पद खाली बताए जा रहे हैं।