Himachal Pradesh Bypolls: बुजुर्गो, दिव्यांगों व कोरोना संक्रमितों को डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा देना सराहनीय पहल
Himachal Pradesh Bypolls देश के प्रथम मतदाता 104 वर्षीय श्याम सरन नेगी ने मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालने की बात कह कर लोगों को यह संदेश भी दिया है कि लोकतंत्र में मतदान अवश्य किया जाना चाहिए।
शिमला, राज्य ब्यूरो। लोकतंत्र की विशेषता यह है कि लोगों को अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार होता है। लोग अपनी पसंद के प्रत्याशी चुनते हैं ताकि वे उनकी समस्याओं व मांगों का समाधान करने की दिशा में कदम उठाए। लोग भी मतदान में उल्लास के साथ भाग लेते हैं लेकिन कई बार बुजुर्ग, बीमार व दिव्यांग चाहकर भी मतदान नहीं कर पाते थे। कुछ लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचाया भी जाता है लेकिन इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों से जूझना पड़ता था। वैश्विक महामारी कोविड 19 के इस दौर में हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र व तीन विधानसभा क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को उपचुनाव हो रहा है।
मतदान केंद्रों में भीड़ न जुटे इस कारण कुछ नए मतदान केंद्र भी बनाए हैं। आयोग ने इस बार एक और पहल की ही है। 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो, दिव्यांगों व कोरोना संक्रमितों के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करने की सुविधा दी है। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को मतदान से पूर्व निर्धारित प्रपत्र भरकर देना था। सभी क्षेत्रों से लोगों ने ऐसे प्रपत्र भरकर दिए थे। इसके लिए चुनाव विभाग ने 50 हजार से अधिक मतपत्र भी छपवाए हैं। अब इनके लिए मतदान भी शुरू हो गया है। मतदान कर्मी घर जाकर लोगों से वोट डलवा रहे हैं।
खास बात है कि इसमें मतदान पार्टियों के साथ चुनाव मैदान में उतरे नेताओं के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। निष्पक्ष चुनाव के लिए इसकी वीडियोग्राफी भी की जा रही है। निसंदेह चुनाव आयोग की यह सराहनीय पहल है। इससे मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगी और मतदान के लिए प्रेरित भी होंगे। पूरी पारदर्शिता के साथ हो रही इस प्रक्रिया से किसी तरह के सवाल भी नहीं उठेंगे। पहले बुजुर्गो या दिव्यांगों से मतदान करवाने पर कई बार विवाद भी हो जाते रहे हैं। नई व्यवस्था से इस तरह के सवाल भी नहीं उठेंगे। अगर किसी को कोई आशंका हो तो बाद में इसकी वीडियो भी देखी जा सकती है। इस बीच देश के प्रथम मतदाता 104 वर्षीय श्याम सरन नेगी ने मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालने की बात कह कर लोगों को संदेश भी दिया है कि लोकतंत्र में मतदान अवश्य किया जाना चाहिए।