घाटे में चल रहे हिमाचल प्रदेश के 12 बोर्ड और निगम, हिमाचल पथ परिवहन निगम 1533 करोड़ का घाटा
Himachal Pradesh Board and Corporation प्रदेश के 11 निगम व बोर्ड घाटे में चल रहे हैं। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अनुपस्थिति में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया पूर्व कांग्रेस सरकार के समय से यह घाटे में हैं।
शिमला, जेएनएन। Himachal Pradesh Board and Corporation, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को प्रश्नकाल शांति पूर्वक चला और इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष शांत रहे। प्रश्न कॉल के दौरान निगम व बोर्ड में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की नियुक्ति का मामला उठाया। प्रदेश के 11 निगम व बोर्ड घाटे में चल रहे हैं। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अनुपस्थिति में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया पूर्व कांग्रेस सरकार के समय से यह घाटे में हैं। कांग्रेस के समय तो निगम व बोर्ड में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की बहुत अधिक नियुक्तियां की गई थीं। जबकि वर्तमान सरकार ने केवल 5 में ही नियुक्ति की है और कोरोना काल में 30 फीसद वेतन नहीं दिया गया।
हिमाचल पथ परिवहन निगम 1533 करोड़ 70 लाख, राज्य बिजली बोर्ड 1520 करोड़ 59 लाख, प्रदेश पर्यटन विकास निगम 50 करोड़ 32 लाख, हिमाचल प्रदेश ऊर्जा निगम 362 करोड,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम 26 करोड 23 लाख हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यको वर्ग वित्त विकास निगम 6 करोड़ 19 लाख बागवानी उत्पाद विपणन प्रसंस्करण निगम 85 करोड 9 लाख, राज्य वन विकास निगम 110 करोड़ , हिमाचल प्रदेश वित्तीय निगम 153 करोड़ 48 लाख, हिमाचल प्रदेश एग्रो इंडस्ट्रीज 9 करोड़ 36 लाख, हिमाचल प्रदेश ऊर्जा संचार निगम 108 करोड 36 लाख, हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम 13 करोड़ 43 लाख का घाटा हुआ है।
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