हिमाचल में जून में खुल जाएंगे स्कूल, ऑड-ईवन रोल नंबर के हिसाब से लगेंगी कक्षाएं; पढ़ें खबर
Schools Open सभी लोगों के परामर्श के बाद तय किया गया कि जून माह से स्कूलों की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन से बंद किए गए स्कूलों को लेकर वीरवार को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष, सचिव, शिक्षा निदेशक व निजी स्कूल प्रबंधकों से बैठक की। बैठक में बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम को लेकर भी चर्चा की गई। मुख्य रूप से स्कूलों की कक्षाएं शुरू करने को लेकर चर्चा हुई। इसमें सभी लोगों के परामर्श के बाद तय किया गया कि जून माह से स्कूलों की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
हालांकि, कक्षाएं पूर्ण रूप से नहीं होंगी, लेकिन ऑड इवन रोल नंबर के आधार पर होंगी। इसका अर्थ है कि शारीरिक दूरी का कायम रखने के लिए पूरी कक्षा को एक साथ नहीं बुलाया जाएगा, लेकिन रोल नंबर के आधार पर बुलाए जाएंगे। जैसे रोल नंबर 1, 3, 5 व 7 वाले बच्चे एक दिन बुलाए जाएंगे, जबकि दूसरे दिन सिर्फ 2, 4, 6 व 8 इवन रोल नंबर वाले बच्चों को बुलाकर कक्षाओं को संचालन किया जाएगा।
इसके अलावा जिस कक्षा में 20 से 25 बच्चे हैं वे कक्षा हर रोज पूरी बुलाई जाएगी, लेकिन इससे अधिक संख्या वाली कक्षा में ऑड इवन नियम लागू किया जाएगा। बैठक में ये भी तय किया गया है कि पहली से लेकर पाचवीं कक्षा के बच्चों की कक्षाएं तो नहीं शुरू की जाएंगी, लेकिन अन्य कक्षाओं और मुख्य रूप से बोर्ड कक्षाओं को शुरू किया जायेगा। छोटी कक्षा के बच्चों को समझाना ताे संभव नहीं होगा, लेकिन बड़ी कक्षाओं के बच्चों को समझाया जा सकता है। कक्षाएं शुरू करने को लेकर सभी शिक्षा उपनिदेशकों से कक्षावार छात्रों की संख्या मांगी गई है।
दोस्तों से हाथ नहीं मिलाएंगे छात्र
शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों के माध्यम से स्कूल मुखियों को आदेश दिए गए हैं कि वे बच्चों को शारीरिक दूरी बनाए रखने को लेकर जागरुक करें। हर शिक्षक ध्यान रखे और बच्चों को बताए कि कोई भी बच्चे अपने दोस्त के साथ हाथ न मिलाएं, बल्कि उनके स्थान पर नमस्ते करें।
निजी स्कूल प्रबंधकों ने बताई समस्या
बैठक में निजी स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि सरकार की ओर फीस को लेकर जारी सुझावों से उन्हें स्कूल संचालन मुश्किल हो गया है। अभिभावक बच्चों की फीस नहीं दे रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार कम से कम आधी फीस अभिभावकों से लेने की अनुमति दे दे।