हिमाचल में दसवीं व बारहवीं को छोड़ सभी कक्षाओं के विद्यार्थी प्रमोट, प्रदेश सरकार ने लिया निर्णय
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लगाए गए कफ्र्यू के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है।
शिमला, जेएनएन। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लगाए गए कफ्र्यू के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। 10 कक्षाओं का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किए बिना छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगाई गई। इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल ने इस पर अपनी सहमति दी थी। कक्षा पांचवीं और आठवीं पर फैसला नहीं हो पाया था।
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत राज्य सरकार ने पिछले साल इन दोनों कक्षाओं की पुराने पैटर्न पर परीक्षाएं करवाने का निर्णय लिया था। मंगलवार को हुई बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इन दोनों ही कक्षाओं के लिए पुराने पैटर्न को इस साल के बजाय शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लागू किया जाएगा।
सरकार के निर्णय के तहत अब कक्षा 1 से 9 व 11वीं के छात्र अगली कक्षा में प्रमोट हो जाएंगे। लॉकडाउन व कफ्र्यू खत्म होने के बाद जब स्कूल शुरू होंगे तो इन कक्षाओं का अगला सत्र शुरू हो जाएगा।
10वीं और 12वीं पर मांगा प्रस्ताव
बैठक में 10वीं और 12वीं की बोर्ड कक्षाओं के रिजल्ट पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि इसको लेकर क्या कार्रवाई की जा रही है। बैठक में स्कूल शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक पेपरों की चेकिंग पूरी हो सके और रिजल्ट को तैयार किया जा सके, इसके लिए प्रस्ताव तैयार करें। कैसे पेपरों की चेकिंग करवाई जा सकती है। प्रस्ताव के बाद आगामी निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में दे दी मंजूरी : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कक्षा पहली से नौवीं व 11वीं के छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए इन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में इसकी मंजूरी
मिलने के बाद निर्देश जारी कर दिए गए हैं।