15 जनवरी को हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, इन चार नामों पर हो रही चर्चा; एक की छुट्टी के भी संकेत
Himachal Cabinet Extension एक बार फिर 15 या 16 जनवरी पर झंडी के तलबगारों की नजरें टिक गई हैं।
शिमला, जेएनएन। बेशक मुख्यमंत्री स्वयं कई बार कह चुके हैं कि अब मंत्रिमंडल विस्तार हो ही जाएगा... बेशक भले ही भाजपा नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में उलझी है... इसके बावजूद एक बार फिर 15 या 16 जनवरी पर झंडी के तलबगारों की नजरें टिक गई हैं। ऐसी चर्चा चल रही है कि इन्हीं तारीखों पर सहमति बन रही है। हालांकि खुलकर बोलने को कोई तैयार नहीं है। मंत्री पद की हसरत पाले भाजपा विधायकों के लिए अब इंतजार करना मुश्किल हो गया है।
कई बार मंत्रिमंडल विस्तार की बात होने से प्रदेश भाजपा सरकार के कथन को लेकर प्रदेश की जनता व भाजपा कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जा रहा है। इसलिए अब ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अगले सप्ताह मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार कर सकते हैं। चूूंकि जयराम ठाकुर स्वयं कई बार मंत्रिमंडल विस्तार की तारीखें दे चुके हैं, लेकिन हर बार मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों को शामिल करने की घोषणा कोरी रही।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नए मंत्रियों के नामों पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मंत्रणा कर चुके हैं। कुछ समय पहले तक कांगड़ा जिला की नूरपुर सीट से भाजपा विधायक राकेश पठानिया व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का नाम नए मंत्रियों के तौर पर अंतिम माना जा रहा था। लेकिन अब हमीरपुर से भाजपा विधायक नरेंद्र ठाकुर के साथ-साथ पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी का नाम भी जुड़ गया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सोमवार तक वापस लौट रहे हैं। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर देरी की बात दिल्ली भाजपा आलाकमान तक पहुंची है। इस असमंजस का संकेत भी ठीक नहीं जा रहा है।
फेरबदल के साथ विस्तार
पहले दो नए मंत्रियों को शामिल करने की चर्चा थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि फेरबदल के साथ विस्तार होगा। भाजपा विधायक अनिल शर्मा को बेटे आश्रय के कारण लोकसभा चुनाव के दौरान मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। किशन कपूर लोकसभा पहुंच गए हैं। कांगड़ा से तीन मंत्रियों विपिन सिंह परमार, बिक्रम सिंह व सरवीण चौधरी में से किसी एक को कारगुजारी के आधार पर बाहर करने की चर्चा है। ऐसे में तीन नए मंत्रियों की जगह बनेगी। कारगुजारी के आधार पर ही विभागों में भी फेरबदल संभव है।
संतुलन साधेगी भाजपा
मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति से संबद्ध एक मंत्री हैं। सीएम सहित सात ठाकुर हैं। एक ब्राह्मण व एक महिला अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। मुख्यमंत्री और भाजपा के लिए जातिगत संतुलन साधना भी कार्य है। मौजूदा सत्ता का केंद्र बिंदु चाहेगा कि हमीरपुर जिला में नए राजनीतिक समीकरण स्थापित हों। डॉ. राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष हैं और सरकार चाहती है कि उनकी ओर से चारों तरफ से मंत्री बनाने के दबाव किसी तरह कम हो।