हिमाचल कांग्रेेस अध्यक्ष बोले, रोहतांग टनल की शिलान्यास पट्टिका सुरक्षित तो क्यों नहीं की स्थापित
Atal Tunnel Rohtang हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने अटल टनल रोहतांग से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका को सुरक्षित होने के बाद स्थापित न करने पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने अटल टनल रोहतांग से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका को स्थापित न करने पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि बीआरओ ने इस पट्टिका के सुरक्षित रखने की बात कबूली है तो अब उसे कब पुन स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कांग्रेस इसे कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहती, पर अगर उसे निश्चित समय पर पुनस्थापित नहीं किया जाता तो सरकार कांग्रेस के किसी भी आंदोलन से निपटने को तैयार रहें। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा वह इतिहास से छेड़छाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा रोहतांग टनल का शिलान्यास सोनिया गांधी ने 28 जून 2010 को किया था। उनके इस शिलान्यास को वहां से हटाना लोकतंत्र की मर्यादा का हनन है। उनकी शिकायत के बाद कम से कम बीआरओ ने माना तो सही की शिलान्यास पट्टिका उनके पास है, उन्होंने बीआरओ से भी पूछा कि वह बताएं उन्होंने यह पट्टिका किसी के आदेश से निकाली थी और अब वह इसे कब पुन स्थापित करने के लिए किस का आदेश चाहते हैं।
राठौर ने कहा रोहतांग टनल के निर्माण को लेकर जिस प्रकार की राजनीति भाजपा कर रही है वह बहुत ही निंदनीय है। शिलान्यास पटि्टकाओं से इस प्रकार की राजनीति इनके चरित्र और घटिया मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी पट्टिका हटाने को गलत ठहराया है।
राठौर ने कहा सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों को राहत देने के बजाए उन पर मंहगाई की मार थोप रही है। किसानों पर पहले ही एक काला कानून थोप दिया है, अब उसके बाद उनके ऋणों पर चक्रबृद्धि व्याज बसूला जा रहा है।उन्होंने प्रदेश के अस्पतालों में टेस्टों की दरें बढ़ाने की आलोचना करते हुए इसे रद्द करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार से कोविड 19 के चलते लोगों को टैक्स रियायतों की मांग की थी, पर दुख है कि सरकार इसकी बसूली के लिए लोंगो को नोटिस पर नोटिस जारी कर रही है।
सीमेंट कंपनियों के आगे सरकार ने टेके घुटने
राठौर ने प्रदेश में सीमेंट कंपनियो की मनमानी पर भी हैरानी जताते हुए कहा ऐसा लगता है कि सरकार ने इनके आगे घुटने टेक दिए हैं। भाजपा के इस तीन साल के कार्यकाल में सीमेंट के 52 रुपये बढ़े हैं। प्रदेश की आवोहवा पर बनने वाला सीमेंट प्रदेश में महंगा और अन्य राज्यों में सस्ता, यह प्रदेश के साथ एक बड़ा अन्याय है जो सहन नहीं किया जा सकता।