फोन टैपिंग मामला: सीआइडी करेगी पूर्व डीजीपी आइडी भंडारी के बयान दर्ज, जानिए पूरा मामला
Phone Tapping Case स्टेट क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआइडी) हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आइडी भंडारी के बयान दर्ज करेगी।
शिमला, जेएनएन। स्टेट क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआइडी) हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आइडी भंडारी के बयान दर्ज करेगी। विशेष जांच दल (एसआइटी) ने उनसे संपर्क साध लिया है। जल्द ही उन्हें जांच में शामिल किया जाएगा। भंडारी केस के शिकायतकर्ता हैं, जबकि इसी केस में प्रदेश के ही पूर्व डीजीपी बी कमल कुमार के भी नए सिर से बयान लिए जाएंगे। डेढ़ महीने पहले सेवानिवृत्त हुए पूर्व डीजीपी एसआर मरडी की भूमिका की भी जांच होगी। यह भी जांचा जाएगा कि मरडी ने कहीं पद का इस्तेमाल केस प्रभावित करने के लिए तो नहीं किया है। शिकायतकर्ता इनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर सकते हैं।
ये कर रहे जांच
पहले इस केस की शिमला पुलिस ने जांच की, लेकिन नए डीजीपी संजय कुंडू ने इसमें सीआइडी जांच के आदेश दिए। एसआइटी के मुखिया डीआइजी क्राइम बिमल गुप्ता हैं, जबकि एसपी रैंक के दो अधिकारी सदस्य हैं।
षड्यंत्र रचने वाले बेनकाब होंगे : भंडारी
सीआइडी अधिकारी ने मुझसे संपर्क साधा है। जल्द ही मैं शिमला में जांच अधिकारियों को पूरे मामले की सच्चाई बताऊंगा। मेरे खिलाफ फोन टैपिंग का झूठा केस दर्ज किया गया था। जिन्होंने भी षड्यंत्र रचा, वे सब बेनकाब होंगे। -आइडी भंडारी, पूर्व डीजीपी, हिमाचल।
मसला अत्यंत संवेदनशील : सीआइडी
मसला अत्यंत संवेदनशील है। अभी प्रारंभिक स्टेज पर है। जांच के बारे में कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। -बिमल गुप्ता, डीआइजी, सीआइडी (क्राइम)।