हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र आज से, विपक्ष गिनाएगा खामियां, उपलब्धियां सरकार की ढाल
Himachal Monsson Session कोरोनाकाल में सोमवार को शुरू हो रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं।
शिमला, जेएनएन। कोरोनाकाल में सोमवार को शुरू हो रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। आक्रामक विपक्ष कोरोना, भ्रष्टाचार और नौकरियों जैसे मुद्दों पर सतापक्ष को घेरने के लिए तैयार है तो सरकार कामकाज और उपलब्धियों को ढाल बनाएगी। दस दिन का सत्र सोमवार दोपहर बाद दो बजे शुरू होगा। प्रश्नकाल में 65 सवाल प्रस्तावित हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व पूर्व विधायक राकेश वर्मा के निधन परशोक प्रस्ताव लाया जाएगा। विधानसभा पटल पर पांच अध्यादेश पेश होंगे। विधानसभा परिसर को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यद्वार पर प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग होगी।
विपक्ष पूछेगा ये सवाल
- सरकार ने मंदिरों से कितना पैसा लिया?
- विधायक प्राथमिकता योजनाओं की कितनी डीपीआर बनी?
- सरकार ने दिल्ली सहित दूसरे राज्यों में कहां-कहां जमीन खरीदी?
- एचपीएमसी को आउट सोर्स क्यों किया जा रहा?
- खेल विधेयक पर सरकार की क्या स्थिति है?
धवाला लाएंगे कृषि पर प्रस्ताव
ज्वालामुखी से भाजपा के विधायक रमेश धवाला नियम-130 के तहत रोजगार के अवसर पैदा करने से जुड़े कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने का प्रस्ताव लाएंगे।
सरकार ने घूम-घूमकर संक्रमण फैलाया
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सुरक्षा देखने वाली पुलिस टुकड़ी के डेढ़ दर्जन से अधिक जवान कोरोना पॉजिटिव आए हैं। सीएम कार्यालय में उपसचिव संक्रमित हुए हैं। एक के बाद एक मंत्री संक्रमित आ रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने जगह-जगह घूम कर कोरोना संक्रमण फैलाया। सरकार को जवाब देना होगा कि कोरोना सरकार में बैठे लोगों ने फैलाया है? समझ नहीं आ रहा है कि सरकार कहां से चल रही है। -मुकेश अग्निहोत्री, नेता प्रतिपक्ष।
विपक्ष ने धरना प्रदर्शन में नहीं रखी कमी
सब जानते हैं कि प्रदेश में कोरोना की शुरुआत तबलीगी जमात के लोगों के आगमन से हुई थी। राज्य के बाहर रहने वाले दो लाख लोगों को वापस लाया गया। बंद पड़े उद्योगों में उत्पादन सामान्य किया गया। यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। कोरोनाकाल में विपक्षी नेताओं ने धरना प्रदर्शन करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। बावजूद इन परिस्थितियों के राज्य में कोरोना संक्रमण काबू में है। -सुरेश भारद्वाज, संसदीय कार्यमंत्री।
विपक्ष के मामलों का दिया जाएगा जवाब : जयराम
कोरोना महामारी के चलते पहली बार विधानसभा का मानसून सत्र 10 दिन का हो रहा है। विधानसभा सदस्यों से आह्वान है कि कोरोना के नियमों का पालन करें। विपक्ष जो भी मामले उठाएगा, उसका जवाब दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने कोरोनाकाल में बेहतर काम किया है। बताने के लिए सरकार की उपलब्धियां बहुत हैं। -जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री।
महेंद्र, लखविंद्र व परमजीत नहीं आएंगे सत्र में
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, कांग्रेस विधायक लखविंद्र सिंह राणा और भाजपा विधायक परमजीत सिंह पम्मी कोरोना संक्रमित होने के कारण नहीं आएंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह पॉजिटिव हैं। उनके संपर्क में आए होम क्वारंटाइन गए आइएएस निशा सिंह, अमिताभ अवस्थी व आबिद हुसैन भी नहीं आ पाएंगे।