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हिमाचल सरकार के अभियान को नाकाम करने में जुटे नशा तस्कर

हिमाचल को नशे के कलंक से बचाने के लिए सरकार का अ‍भियान जारी है लेकिन नशा तस्कर इसे नाकाम करने में जुटे हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 09:54 AM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 09:54 AM (IST)
हिमाचल सरकार के अभियान को नाकाम करने में जुटे नशा तस्कर
हिमाचल सरकार के अभियान को नाकाम करने में जुटे नशा तस्कर

धर्मशाला, मुनीष गारिया। चरस कहें या भांग दोनों एक ही चीज है। वैसे तो इसका कई बीमारियों के इलाज में प्रयोग किया जाता है और इसकी दवाएं भी बनाई जाती हैं, लेकिन पिछले कुछ साल से यह नशा के रूप में बदनाम हो गई है। प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ कड़े नियम तो बनाए हैं, ताकि देवभूमि पर नशे का कलंक न लग पाए। हैरानी की बात यह है कि नशा तस्कर नित नए-नए तरीकों से सरकार के अभियान को नाकाम करने में जुटे हैं। 

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इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है रविवार को पालमपुर के घुग्घर में एक दुकानदार से बरामद हुए भांग के पेड़े। दिखने में मिठाई की तरह लगने वाले इन पेड़ों में भांग मिलाई जाती है और इसके खरीदारों से मनचाहा दाम वसूल किया जाता है। बताया जा रहा है कि आरोपित दुकानदार 20 से 30 रुपये प्रति पेड़ा बेचता था। सिर्फ चुनिंदा लोगों एवं जो रोज उसके पास आते थे, उन्हें ही नशा बेचा जाता था। यह पहला मामला नहीं है जब चरस को नए रूप में बेचा जा रहा हो। करीब तीन-चार वर्ष पहले भी पालमपुर में भांग की गोलियां पकड़ी गई थीं लेकिन अब इन्हें पेड़ों की सूरत में बेचा जाने लगा है। 

ऐसे किया जाता है भांग का कारोबार

सितंबर से नवंबर के बीच भांग के पौधों की पत्तियों से रस निकाला जाता है। रस निकालने की प्रक्रिया को सीबीडी कहा जाता है। वैसे तो सीबीडी प्रक्रिया के बाद मांसपेशियों के दर्द और घबराहट से लेकर जोड़ों के दर्द, मिरगी और तनाव से पैदा होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए दवाएं बनाई जाती हैं, लेकिन नशा तस्कर इस रस को किसी भी मिठ्ठी खाद्य सामग्री में डालकर इसे नशे में रूप में प्रयोग कर रहे हैं। 

112 नशीले कैप्सूल समेत गिरफ्तार

शाहपुर पुलिस ने वाहनों की चैकिंग के दौरान एक युवक से 112 नशीले कैप्सूल बरामद किए हैं। थाना शाहपुर के तहत रविवार सायं राजेश कुमार निवासी क्यारी की बाइस से 112 प्रोक्सीवान कैप्सूल बरामद किए हैं। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। 

चरस व हेरोइन के 90 मामले दर्ज

जिला कांगड़ा में इस साल चरस व हेरोइन के 90 मामले दर्ज हुए हैं और 6 किलो 700 ग्राम चरस व 281 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। भांग एवं चरस के पेड़ों का यह पहला मामला है।

दो वर्ष में बरामद नशा

नशा          2017                    2018   

चरस      16.360 किग्रा     18.818 किग्रा

अफीम     66 ग्राम              251 ग्राम

भुक्की      60.50 किग्रा      54.61 किग्रा

हेरोइन     642 ग्राम             562

कैप्सूल    21, 638 27,        700

दवाएं       6,620                 8,900

सिरप        110                   520

नकदी    4, 45, 500           4, 30, 000

पालमपुर में कब-कब पकड़ा

नशा

  • 10 अक्टूबर : 163 ग्राम चरस अक्षय निवासी डाटी से पकड़ी।
  • 16 अक्टूबर : 5.60 ग्राम चिट्टा चढ़ियार चौक पर परविंद्र निवासी घुमारवीं से बरामद।
  • 01 नवंबर: 24 ग्राम चरस व 28 ग्राम चिट्टा बनूरी में पकड़ा।
  • 07 नवंबर: 9.56 ग्राम चिट्टा सुनील से चौपाटी आईमा में पकड़ा।

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छात्र और कामगार थे पेड़ों के खरीदार

छात्र और कामगार भांग के पेड़ों के खरीदार थे। जहां पर आरोपित की दुकान है, वहां बड़े स्तर पर युवाओं और कामगारों का आना-जाना रहता था। यहां से कुछ ही दूरी पर सरकारी शिक्षण संस्थान हैं और ज्यादातर युवा यहां आते थे। बताया जा रहा है कि किसी ने इस बाबत सूचना मुख्यमंत्री हेल्पलाइन तक पहुंचाई थी और इसके बाद ही भांग के पेड़े बरामद किए गए हैं। रविवार सुबह ही पुलिस ने दुकान में दबिश दी थी लेकिन कार्रवाई करते हुए समय लग गया। सारी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई और मामले में गोपनीयता रखी गई है। सूत्र खुलासा करते हैं कि बच्चे भी इन्हें खरीदते थे।

 शारदाआनंद गौतम ,  पालमपुर

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