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टीबी के उपचार में लापरवाही जानलेवा

जिलेभर में मंगलवार को हिमाचल को टीबीरोग मुक्त बनाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 10:01 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 10:01 PM (IST)
टीबी के उपचार में लापरवाही जानलेवा
टीबी के उपचार में लापरवाही जानलेवा

संवाद सूत्र, कांगड़ा : टीबी मुक्त हिमाचल अभियान व मुख्यमंत्री क्षयरोग निवारण योजना के तहत पंचायतीराज संस्थानों के प्रतिनिधियों के लिए 'टीबी मुक्त ग्राम पंचायत' विषय पर कांगड़ा में कार्यशाला आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता एसडीएम शशिपाल नेगी ने की। उन्होंने पंचायतों प्रतिनिधियों को क्षयरोग के निवारण के लिए सहयोग करने को कहा। वहीं डॉ. विवेक सूद ने टीबी रोग के नियंत्रण तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जागरूक किया। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्नेह सूद ने कहा कि टीबी की बीमारी लोगों में सामान्यता पाई जाने वाली गंभीर बीमारियों में से एक है। इसको नजरअंदाज करने व इलाज में लापरवाही बरतने पर जानलेवा साबित हो सकती है। यह एक संक्रामक बीमारी है जिसका कीटाणु पीड़ित व्यक्ति के खांसने से निकलता है। वह हवा के जरिये शरीर में प्रवेश करता है टीबी की बीमारी के समय पर पहचान न होने पर या समय पर इलाज न करवाने की स्थिति में जहां यह बीमारी गंभीर व जानलेवा साबित हो सकती है। वहीं परिजनों को भी संक्रमित कर सकती है। भारत में टीबी से प्रतिदिन 1000 व्यक्ति अकाल मौत के मुंह में समा जाते हैं। इस मौके पर खंड चिकित्सा अधिकारी तियारा डॉ. स्नेहा सूद, नगर परिषद कांगड़ा के पार्षद, 30 पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान व सचिव मौजूद रहे।

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बीमारी के लक्षण

-दो सप्ताह से अधिक खांसी व बुखार।

-वजन कम होना

-खांसी के साथ खून आना।

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43 संस्थानों में टीबी जांच की सुविधा

जिला कांगड़ा के 43 स्वास्थ्य संस्थानों में टीबी जांच की सुविधा उपलब्ध है। जबकि मेडिकल कॉलेज टांडा, उपमंडलीय चिकित्सालय कांगड़ा, स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र तियारा व डॉ. बीके महाजन क्लीनिक में बलगम की जांच मुफ्त की जाती है। जिला की करीब 66 पंचायतों में सितंबर 2018 तक टीबी के 140 मरीज दर्ज किए गए हैं।

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पंचायतों को क्षयरोग मुक्त करने की दी जानकारी

संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : जिला कांगड़ा के स्वास्थ्य विभाग के खंड ज्वालामुखी में खुंडियां, ज्वालामुखी व देहरा को क्षयरोग मुक्त पंचायत अभियान में प्रथम चरण से जोड़ा गया है। इसमें खंड चिकित्सा अधिकारी ज्वालामुखी डॉ. दिलावर ¨सह, एमडी डॉ. पवन शर्मा, क्षय रोग पर्यवेक्षक अनिल राणा, ब्लॉक हेल्थ एजूकेटर लीला शर्मा ने 68 पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान व जनप्रतिनिधियों को जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में पंचायतों को क्षयरोग मुक्त करने की जानकारी दी गई। कार्यशाला में नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी देसराज चौधरी, अध्यक्ष भावना सूद, लूथान पंचायत प्रधान सरोज कुमारी, धनोट की प्रधान निर्मला देवी, दरंग की प्रधान पुंगली देवी, उपप्रधान ओमप्रकाश, बौहण भाटी के प्रधान कमल कुमार, कोपड़ा के प्रधान जोगिंद्र कुमार, घुरकाल के प्रधान शुभकौर, कमलोटा के प्रधान अजय शर्मा, हिरण के प्रधान प्रदीप कुमार, घलौड़ा के प्रधान सतीश कुमार, घलौर पंचायत की सचिव ऊषा कुमारी व अन्य मौजूद रहे।

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हिमाचल को क्षयरोग मुक्त बनाने के लिए करें सहयोग

संवाद सूत्र, धमेटा : फतेहपुर के खंड विकास अधिकारी सभागार में दो दिवसीय विशेष कार्यशाला मंगलवार को शुरू हुई। इसमें टीबी मुक्त हिमाचल अभियान व मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना को सफल बनाने के लिए 63 पंचायतों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी गई। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग अधिकारी डॉ. सुरेंद्र भारद्वाज, क्षय रोग सुपरवाइजर पंकज कुमार ¨सह, नरेंद्र कुमार व अन्य मौजूद रहे।


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