राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर स्थिति स्पष्ट करे सरकार : बाजवा
कांग्रेस पार्टी ने अगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं।
जेएनएन, धर्मशाला: कांग्रेस पार्टी ने अगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं। राफेल लड़ाकू विमान सौदे के मुद्दे पर देश के 100 बड़े शहरों में कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तहत आज हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस सौदे को लेकर मोदी सरकार पर कई सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के अपने आधिकारिक दौरे के दौरान 36 राफेल फाइटर विमानों की खरीद की घोषणा करने के लिए जिस तरह से कई जरूरी सांस्थानिक प्रक्रियाओं को दरकिनार किया, उससे कई सवाल खड़े हुए हैं। सुरक्षा का हवाला देकर सरकार इस पर कोई भी जबाव देने से कतरा रही है। बाजवा ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और सरकारी खजाने से काफी नजदीकी तौर पर जुड़ा हुआ मामला है। इसमें सवाल यह उठ रहा है कि प्रधानमंत्री ने जरूरी मंजूरी और मंत्रालयों के बीच आपसी बातचीत के बगैर इतना बड़ा फैसला कैसे कर लिया?
उन्होंने लड़ाकू विमान राफेल की खरीद में भ्रष्टाचार और क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि राफेल सौदे में पूरी तरह से बदलाव करके राष्ट्रीय हितों के साथ समझौता किया गया है। उन्होंने मोदी सरकार पर सांठगांठ वाले पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) को बढ़ावा देने और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा कि अगर इसमें कोई घोटाला नहीं है तो पीएम बताएं कि पेरिस में राफेल विमानों की खरीद के बारे में घोषणा करने से पहले उन्होंने सुरक्षा मामले की कैबिनेट समिति (सीसीएस) से मंजूरी ली थी? उन्होंने कहा कि इस सौदे में एचएएल (भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को दरकिनार कर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को सौदा क्यों दिया, जबकि उसके पास रक्षा क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं है? उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस पूरे सौ शहरों में आज मोदी सरकार से सवाल पूछ रही है।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्िनहोत्री, पूर्व मंत्री जीएस बाली, विधायक आशीष बुटेल सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद थे।