रात को मचाया हुड़दंग, सुबह दस हजार देकर छुड़ाई जान
जेएनएन चितपूर्णी नशे में धुत होकर कुछ युवकों को ढाबे पर हुड़दंग मचाना महंगा पड़ा।
जेएनएन, चितपूर्णी : नशे में धुत होकर कुछ युवकों को ढाबे पर हुड़दंग मचाना महंगा पड़ा। उन्हें 10 हजार रुपये देकर जान छुड़ानी पड़ी। मामला पुलिस में पहुंचने से पहले ही दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
जानकारी के मुताबिक नए बस अड्डे के समीप एक ढाबे में शुक्रवार रात को चार स्थानीय युवक खाना खाने पहुंचे थे। कथित तौर पर वे लोग शराब के नशे में धुत थे। जब उन्हें खाना परोसा गया तो वे उसमें खामियां निकालने लगे। बाद में गाली-गलौज पर उतर आए। जब ढाबा मालिक ने विरोध दर्ज किया तो युवक मारपीट पर उतारू हो गए।
उन्होंने वहां रखा सामान बाहर फेंकना शुरू कर दिया। शनिवार सुबह उन युवकों को अपनी गलती का अहसास हुआ तो वे ढाबा मालिक से माफी मांगने आ गए। बाद में स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद इस मामले में करीब 10 हजार रुपये की भरपाई युवकों ने कर दी। इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। फर्जी सफाई कर्मचारियों में मारपीट
मुख्य बाजार में शनिवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब फर्जी सफाई कर्मचारियों में जमकर मारपीट हुई। अपशब्द और तू-तू, मैं-मैं की भाषा में बातकर रहे इन लोगों को देख वहां से गुजर रहे श्रद्धालु भी खुद को असहज महसूस कर रहे थे। हुआ यूं कि फर्जी सफाई कर्मचारी बनकर बाजार में घूम रहे एक भिखारी ने अपनी पत्नी को गालियां देनी शुरू कर दीं। इतने में वहां पहले से मौजूद भिखारी महिलाओं ने उक्त व्यक्ति को घेर लिया और झाड़ू से उसकी पिटाई शुरू कर दी। पत्नी भी उसे पीटती रही। बाद में किसी स्थानीय दुकानदार ने पुलिस को फोन कर दिया। मौके पर पहुंचे कांस्टेबल बचित्र सिंह ने किसी तरह उक्त व्यक्ति को महिलाओं के चुंगल से छुड़ाया। फिर इन लोगों को थाना में भी तलब किया गया, जहां इन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।