National Milk Day: हिमाचल में हो रहे दूध उत्पादन से 40 फीसद मांग हो रही पूरी, पढ़ें खबर
National Milk Day हिमाचल के लोगों की दूध की मांग को पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा की दुग्ध उत्पादन कंपनियां पूरा कर रही हैं।
शिमला, यादवेंद्र शर्मा। हिमाचल के लोगों की दूध की मांग को पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा की दुग्ध उत्पादन कंपनियां पूरा कर रही हैं। प्रदेश में हो रहा दुग्ध उत्पादन 40 फीसद मांग को ही पूरा कर रहा है। हालांकि प्रदेश में हर साल दुग्ध उत्पादन में 60 फीसद तक की वृद्धि हो रही है। इसके अलावा बाकी की मांग को पड़ोसी राज्यों से पूरा किया जा रहा है, जिसकी गुणवत्ता पर अकसर सवाल उठते रहते हैं। दूध का उत्पादन लगातार बढऩे के बाद भी मांग पूरी नहीं हो रही है। मिल्कफेड दूध से बने पदार्थ घी, मक्खन व सूखा दूध बेच रहा है। गांवों में दूध खरीदने का कार्य विभिन्न समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। दूध में मौजूद फैट (वसा) और सॉलिड नॉट फैट (एसएनएफ) के आधार पर दूध की कीमत ग्रामीणों के लिए तय की जाती है। ग्रामीणों ने आपस में मिलकर समितियों का गठन किया है।
दूध की किस्म
दूध, वसा, एसएनएफ, दाम
टोंड, 4.0 फीसद, 8.5, 25.80
स्टेंडर्ड, 6.5 फीसद, 9.5, 45.79
(दूध की गुणवत्ता के आधार पर उसका वर्गीकरण। दाम प्रति लीटर रुपये में)
हिमाचल में दूध उत्पादन
वर्ष, टन
2012-13, 1138
2013-14, 1151
2014-15, 1172
2015-16, 1282
2016-17, 1328
2017-18, 1392
2018-19, 1460
जिला, दूध की खरीद
शिमला, 3093051 लीटर
सिरमौर, 789065 लीटर
सोलन, 807762 लीटर
हमीरपुर, 121706 लीटर
ऊना, 403236 लीटर
कांगड़ा, 231219 लीटर
चंबा, 36579 लीटर
मंडी, 8578114 लीटर
कुल्लू, 9938815 लीटर
बिलासपुर, 1314143 लीटर
किन्नौर, 252516 लीटर
(मिल्कफेड द्वारा दूध की खरीद लीटर प्रति माह में। आंकड़े अक्टूबर 2019 के)
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए गाय की रेड सिंधी व साहिवाल नस्ल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश में केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं। -वीरेंद्र कंवर, पशुपालन मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार।