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बंगाणा में वन विभाग ने अवैध खैर की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर ट्राली जब्त किया

जिला के बंगाणा उपमंडल के तहत पड़ते लमलैहड़ी गांव में वन विभाग की टीम ने नाकाबंदी के दौरान अवैध ढंग से खैर की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर जब्त किया है। वन विभाग की टीम ने इस संबंध में सदर पुलिस थाना की टीम को सूचित किया।

By Richa RanaEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 05:17 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 05:17 PM (IST)
बंगाणा में वन विभाग ने अवैध खैर की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर ट्राली जब्त किया
वन विभाग की टीम ने खैर की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर जब्त किया है।

ऊना, जागरण संवाददाता। जिला के बंगाणा उपमंडल के तहत पड़ते लमलैहड़ी गांव में वन विभाग की टीम ने नाकाबंदी के दौरान अवैध ढंग से खैर की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर जब्त किया है। वन विभाग की टीम ने इस संबंध में सदर पुलिस थाना की टीम को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद एएसआई कुलदीप कुमार मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक के ब्यान लेने के बाद वन विभाग की तरफ से मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

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आरोपित की पहचान सिकंदर सिंह निवासी गांव लमलैहड़ी के रूप में हुई है। इसकी पुष्टि जिला के एएसपी प्रवीण धीमान ने की है। जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम ने उप वन राजिक वन परिक्षेत्र अधिकारी ऊना संजीव कुमार की अगुवाई में नाकाबंदी की हुई थी। लमलैहड़ी गांव में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान कई वाहनों के दस्तावेज चैक किए। इस दौरान लकड़ी से लदा ट्रैक्टर-ट्राली को जांच के लिए रोका। वन विभाग की टीम ने जब ट्रैक्टर चालक से लकड़ी ले जाने के बारे में दस्तावेज दिखाने को कहा तो दस्तावेज नहीं दिखा पाया। इस पर टीम को संदेह हुआ कि इस खैर की लकड़ी को सरकारी भूमि से चोरी से काटा गया है।

वहीं मौके पर सदर पुलिस थाना ऊना की टीम ने ट्रैक्टर को अपने कब्जे में लेकर मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है। वहीं, वन विभाग के डीएफओ मृ़त्युंजय माधव ने कहा कि सरकारी वन क्षेत्र में लकड़ी की किसी तरह की चोरी नहीं होने दी जाएगी। वन विभाग की टीमें पूरे जिला में अपने अभियान में जुटी हुई है। ताकि वन माफिया की धरपकड़ की जा सके। उन्होंने जिला के लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके क्षेत्र में कोई भी चोरी से वन से पेड़ों को काटता है तो इसके बारे में संबंधित क्षेत्र के वन कर्मी व वन अधिकारियों को सूचना दे सकते है। ताकि समय रहते वन माफिया पर कार्रवाई की जा सके।


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