धर्मशाला के पर्यटन स्थल मैक्लोडगंज, नड्डी और भागसूनाग में सीजन का पहला हिमपात, देखें कहां कितनी गिरी बर्फ
First Snowfall in Mcleodganj धर्मशाला शहर के पर्यटन स्थलों मैक्लोडगंज भागसूनाग व नड्डी में शुक्रवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ है।
धर्मशाला, जेएनएन। धर्मशाला शहर के पर्यटन स्थलों मैक्लोडगंज, भागसूनाग व नड्डी में शुक्रवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ है। इसके साथ ही पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं नड्डी के साथ लगते बल गांव का संपर्क शेष विश्व से कट गया है। बल गांव में करीब 20 परिवार रहते हैं। धर्मशाला शहर के न्यूनतम पारा पांच डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, वहीं अधिकतम पारा भी 1.8 डिग्री सेल्सियस गिर गया है। धर्मशाला का अधिकतम पारा 7.6 जबकि न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं शहर में पिछले 31 घंटों में 126.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। जिसमें वीरवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक 24.8, वीरवार शाम 5 बजे से शुक्रवार सुबह आठ बजे तक 66.2 जबकि सुबह से शाम पांच बजे तक 35.8 मिलीमीटर बारिश शामिल है।
वीरवार सुबह 10 बजे शुरू हुई बारिश बदस्तूर शुक्रवार को भी दिनभर जारी रही है। पहाड़ों पर हिमपात व मैदानों में बारिश के बाद समूची कांगड़ा घाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है। वहीं धार्मिक नगरी ज्वालामुखी में बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। ज्वालामुखी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग अलाव जलाकर सेंकते रहे। बाजार में भी रौनक गायब रही। स्थानीय लोगों राम स्वरूप शास्त्री, दीपक खोला, अनु कौंडल, सौरभ शर्मा ने बताया कि लगातार बारिश से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। हालांकि किसानों के लिए यह बारिश अच्छी है।
कहां कितनी बर्फबारी
मैक्लोडगंज,तीन इंच
भागसूनाग,चार इंज
नड्डी,छह इंच
डल लेक,तीन इंच
बल गांव, एक फीट से ज्यादा
शेष विश्व से कटा बड़ा भंगाल का संपर्क
जिला कांगड़ा के दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल का बर्फबारी होने से शेष विश्व से संपर्क कट गया है। छोटा भंगाल व चौहार घाटी में शुक्रवार को बर्फबारी का क्रम जारी रहा। इसके साथ घाटियों के दूरवर्ती गांवों में बर्फबारी हुई है। इस कारण दोनों घाटियों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुल्थान-बड़ा ग्रां मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है तथा बरोट-मियोट मार्ग पर बर्फबारी व बारिश के कारण हुई फिसलन के डर से मियोट बस ठहराव तक जाने वाली बसें भी बरोट व मुल्थान तक गई।
थमसर पास में पांच फीट हिमपात
थमसर पास में पांच फीट, राजगुंधा में दो, बड़ा ग्रां में सवा फीट, कोठी कोहड़ में एक फीट, पोङ्क्षलग, भुजङ्क्षलग तथा जुधार में एक फीट, छेरना, स्वाड़, खड़ी मला, अंदरली मलाह में आधा फीट ताजा बर्फबारी हुई है।
बड़ा ग्रां पंचायत के राजगुंधा, कुक्कड़ गुंधा, कुड़धार, शपौहता, बड़ा ग्रां नलहौता, तथा कोठी कोहड़ पंचायत के कोली रूङ्क्षलग, अपर कोठी कोहड़, निचली कोठी कोहड़ में वीरवार दोपहर से बिजली आपूर्ति बाधित है। इस कारण इन गांवों के लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। विद्युत विभाग के कर्मचारी विद्युत आपूर्ति बहाल करने में जुटे हुए हैं। बरोट के सहायक अभियंता श्याम लाल बौद्ध ने बताया कि विद्युत आपूर्ति को बहाल कर दिया जाएगा मगर बड़ा ग्रां पंचायत में जगह-जगह तारें टूटी हुई है जिस कारण रविवार तक इन गांवों में भी विद्युत आपूर्ति को पूरी तरह बहाल कर दिया जाएगा।
कोटला में 200 घरों की बत्ती गुल
कोटला पंचायत के करीब 200 परिवार शुक्रवार को अंधेरे में रहे। बिजली न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कोटला में शुक्रवार सुबह ही बिजली बंद हो गई। लोगों ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। अकसर तूफान या बारिश होने पर बिजली में खराबी आ जाती है। वहीं सहायक अभियंता शशि कुमार ने कहा कि पूरा दिन फाल्ट ढूंढने के उपरांत भी खराबी का पता नहीं चल पाया। जल्द समस्या का हल किया जाएगा।
डाडासीबा में कार पर गिरीं पेड़ की टहनियां
डाडासीबा बस अड्डे में शुक्रवार को कार पर सूखे पेड़ की टहनियां गिर गईं। इससे अफरा-तफरी मच गई। कृष्ण कुमार निवासी गावं बेई ने बताया कि उन्होंने कार खड़ी की तो अचानक टहनियां कार पर गिर गई। टहनी गिरनी से कार का अगला शीशा क्षतिग्रस्त हुआ और वे बाल-बाल बच गए। रेंजर पंजाब सिंह ने कहा कि अगर सूखा पेड़ लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है तो इसे शीघ्र कटवाया जाएगा।
तारें टूटने से तंगरोटी में पसरा अंधेरा
वीरवार रात बिजली की तारें टूटने से तंगरोटी व उथडाग्रां में अंधेरा रहा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विद्युत परिषद अनुभाग योल के कनिष्ठ अभियंता सलिल वशिष्ठ ने बताया कि रात को रमेहड़ गांव में हवा चलने से बिजली की तारें टूट जाने से बिजली सप्लाई प्रभावित रही है जिसे शुक्रवार दोपहर बाद बहाल कर दिया गया है।
बस बंद होने से यात्री परेशान
संसारपुर टैरेस से डाडासीबा सड़क पर बारिश व जगह जगह बिखरी चिकनी मिट्टी के कारण 24 घंटे से बस सेवा बंद है। ग्रामीणों का आरोप है कि गहरे गड्ढों को विभाग कोलतार से भरने की बजाय मिट्टी से ही भर दिया था लेकिन बारिश के कारण मिट्टी बिछने से फिसलन हो चुकी है। वहीं गांव बनूड़ी व सांडा के समीप रास्ता बंद होने के कारण लोग परेशान होते रहे। वहीं लोक निर्माण विभाग डाडासीबा के सहायक अभियंता अनिल शर्मा ने कहा कि मौके पर जेसीबी को भेजा गया है व बारिश रुकने पर चिकनी मिट्टी को हटाकर यातायात बहाल करने का प्रयास किया जाएगा।