आत्मविश्वास व एहतियात के साथ हो कोरोना से जंग
33 साल की आयु में अगर मुझे कोरोना हो सकता है तो यह महामारी किसी को भी चपेट में ले स
33 साल की आयु में अगर मुझे कोरोना हो सकता है तो यह महामारी किसी को भी चपेट में ले सकती है। वैश्विक महामारी का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है, इसलिए आत्मविश्वास व एहतियात के साथ कोरोना के खिलाफ जंग होनी चाहिए। रोजाना 500 से ज्यादा लोगों से मिलना होता था। चूक मुझसे भी हुई लेकिन ऐसा कोई न करे। जान है तो जहान है, यह बात सभी को समझनी चाहिए। कोरोना संक्रमित होने से कुछ दिक्कत महसूस हुई तो घर में चार दिन तक रहा, लेकिन परेशानी बढ़ने पर डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में भर्ती होना पड़ा। कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य लाभ लेकर आफिस लौटा हूं। आगामी छह से बारह माह के भीतर कोरोना से बचाव के लिए कोई भी वैक्सीन नहीं आने वाली है। ऐसी परिस्थिति में एहतियात बरतकर ही हम अपने आपको इस महामारी से दूर रख सकते हैं।
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तीन बातों का रखें ध्यान
तीन बातों का ध्यान सबको रखने की जरूरत है। सबसे पहले मास्क लगाकर रखें। दूसरी बात शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। साथ ही बार-बार हैंड सैनिटाइज करते रहें। जहां तक बात सरकारी कार्यालयों में कामकाज की है तो बहुत अधिक संख्या में लोग आते हैं। ऐसे में यह अति आवश्यक है कि एहतियात बरतें।
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कार्यालयों में आनलाइन करवाएं काम
सरकारी कार्यालयों में ईमेल, फोन व वाट्सएप के माध्यम से लोग काम करवा सकते हैं। जितना हो सके कम से कम काम के सिलसिले में घर से बाहर निकलें। मेरा यह मानना है कि कोरोना के मामलों व इससे मौतों की वजह के दो बड़े कारण रहे हैं। पहला लोग जानबूझकर कोरोना टेस्ट नहीं करवाते हैं। दूसरा स्वास्थ्य का ध्यान भी नहीं रखते हैं।
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सिविल अस्पतालों में है जांच की सुविधा
कांगड़ा जिले के सभी सिविल अस्पतालों में कोरोना जांच की सुविधा है। जिले में जिन लोगों की मौत हुई है वे किसी न किसी बीमारी से ग्रसित थे। मैं इस बात पर विशेष रूप से जोर दे रहा हूं कि अगर आप कोरोना से पीड़ित हैं और जांच नहीं करवाते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यदि आपको खुद में कोई लक्षण दिखता है तो कोरोना टेस्ट करवाएं।
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कोविड-19 नियमों का करें पालन
जिले में कोरोना की आहट से पहले ही टीम के साथ स्थिति को संभाला था और इसके बेहतर परिणाम सामने आए थे। मैं खुद बेटी व पत्नी समेत महामारी की चपेट में आया हूं। मेरे स्वजनों ने कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी है। मेरी एक बार फिर से यही अपील है कि बिना वजह घरों से बाहर न निकलें और कोविड-19 के नियमों का पालन करें।
(उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने जैसा दिनेश कटोच को बताया)