Father's Day 2020: पिता ने पैसे उधार लेकर दिलाया डोंगल, बेटी ने मेरिट में आकर बढ़ाया मान
हमारे पिता किशोरी लाल जलवाहक हैं। वह हमारे आदर्श हैं। मेरी छोटी बहन रक्षा को पढ़ाई के लिए डोंगल की जरूरत थी।
करसोग, मुकेश मेहरा। हमारे पिता किशोरी लाल जलवाहक हैं। वह हमारे आदर्श हैं। मेरी छोटी बहन रक्षा को पढ़ाई के लिए डोंगल की जरूरत थी। पापा के पास पैसे नहीं थे, उन्होंने किसी से उधार लेकर डोंगल लिया। रक्षा ने भी पापा की मेहनत को जमा दो कला संकाय की मेरिट में आकर सार्थक कर दिया। हमारा एक छोटा भाई है वह सातवीं कक्षा में पढ़ता है।
मेरे पिता किशोरी लाल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला प्रेस्सी में जलवाहक के पद पर तैनात हैं। माता आशा देवी का हाल ही में ऑपरेशन हुआ है। पापा भी थायराइड की दवा खाते हैं। बेशक दवा के लिए पैसे कम पढ़ जाएं पर हमारी किताबों व अन्य जरूरतों के लिए कमी नहीं रहने देते। हम सामान्य वर्ग में आते हैं तो स्कूल में किताबें भी नहीं मिलती हैं। दाखिले के लिए भी कई बार पैसों की जरूरत हुई तो पापा ने लोगों से उधार लिए। उन्होंने हमें अच्छे मोबाइल फोन दिलाए, लेकिन खुद एक साधारण फोन रखा है।
मुझे कॉलेज की पढ़ाई के लिए करसोग में कमरा लेना पड़ा। रक्षा और मैंने पापा को स्कूल और खेतों में मेहनत करते देखा है। वह यह सब हमारे लिए करते हैं। हम बहनों का सपना है कि कुछ ऐसा करें कि पापा का सिर हमेशा गर्व से ऊंचा रहे। हमें आज भी याद है कि मम्मी के ऑपरेशन के दौरान वह कितने परेशान थे, लेकिन हमारी पढ़ाई व अन्य जरूरतों को पूरा करने से पीछे नहीं हटे। -करसोग की प्रेस्सी पंचायत की दीपिका ने जैसा दैनिक जागरण को बताया।